फिरोजाबाद। बांग्लादेश की राजधानी ढाका में हुए आतंकी हमले में मारी गई तारिषी जैन के पिता रात भर गुलशन कैफे के बाहर खड़े रहे। इसी रेस्टोरेंट में आतंकियों ने लोगों की हत्या की थी। तारिषी के पिता संजीव जैन को पता लग गया था कि ढाका के इस रेस्टोरेंट में आतंकी घुस आए हैं और गोलीबारी कर लोगों को मार रहे हैं। संजीव जैन ने मरने के बात अपनी बेटी तारिषी को सुबह करीब 6 बजे कॉल किया था लेकिन उसका फोन बंद पड़ा था।
तारिषी ने बाथरूम में छिपकर अपने पिता को कॉल किया था। बाथरूम में उसके दो दोस्त फराज अयाज हुसैन और अबिंता कबीर भी छिपे हुए थे। तारिषी ने फोन पर कहा था, ‘रेस्टोरेंट में आतंकवादी घुस आए हैं, बाहर लगातार फायरिंग हो रही है। मैं बहुत डरी हुई हूं, मुझे नहीं पता कि मैं जिंदा बचूंगी भी या नहीं। वो एक-एक कर सभी को मार रहे हैं।’
तारिषी के पिता बच्चों और पत्नी के साथ फिरोजाबाद में छुट्टियां मनाने की प्लानिंग कर रहे थे। तारिषी के यूएस वापस जाने से पहले वो साथ में घूमने आना चाहते थे। अमेरिका की कैलिफोर्निया से तारिषी इकॉनमिक्स में ग्रेजुएशन कर रही थी।
कैफे पर हमले वाली रात संजीव जैन के लिए काफी बेहद डरावनी थी। वो कैफे के बाहर ही उन दर्जनों परिवार के साथ बाहर खड़े थे जिनके अपने अंदर फंसे थे। किसी को कुछ नहीं पता था कि आतंकी अंदर उनके साथ क्या करने वाले थे। लेकिन, कुछ देर बाद जानकारी मिली कि आतंकियों ने तारिषी समेत 20 लोगों को मौत के घाट उतार दिया। तारिषी दो दिन पहले ही अमेरिका से ढाका आई थी। तारिषी के पिता संजीव 20 सालों से बांग्लादेश में कपड़ों का बिजनेस कर रहे हैं।