पैसों की तंगी के लिए आपने ज्यादातर एक मां को अपनी बच्ची को बेचने या उसे कहीं काम पर भेजने की खबर तो जरूर सुनी और पढ़ी होगी। लेकिन अपने जिगर के टुकड़े बेटे को बेचने की खबरें कम ही सुनी होंगी। गोवा में एक ऐसा ही मामला सामने आया है। गोवा पुलिस ने इस मामले में 32 साल की महिला को रंगे हाथ पकड़ा है। पुलिस ने उस समय महिला को गिरफ्तार किया जब वह अपने 11 महीने के बेटे को 2 लाख रुपए में बेच रही थी।
महिला का नाम शैला पाटिल है, जो 11 महीने के बेटे की मां है। बच्चे का 32 साल के कथित खरीददार अमर मोरजे सहित डील को फाइनल करवाने में महिला की मदद करने वाले दोस्त योगेश गोस्वामी (42) और अनंत दामाजी (34) को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरफ्तारी पाटिल के पति की शिकायत के बाद हुई है। मामले की जांच कर रहे पोंडा पुलिस स्टेशन के इंसपेक्टर हरीश मदकेकर ने कहा- पाटिल अपने पति को अंधेरे में रखकर बच्चे को बेच रही थी क्योंकि उसे पैसों की जरूरत थी। सभी आरोपी पेरनम तहसील में रहते हैं और मूलरूप से पुणे के रहने वाले हैं।
शैला ने अपने दोस्तों गोस्वामी और दामाजी से बच्चे को बेचने के लिए मदद मांगी थी। उसका कहना था कि उसे 2 लाख रुपए की सख्त जरूरत है। इसके बाद गोस्वामी और दामाजी ने मोरजे से संपर्क किया। मोरजे शादीशुदा था लेकिन उसका कोई बच्चा नहीं है। इसी वजह से उसने बच्चा खरीदने की इच्छा जाहिर की। पुलिस ने बताया कि बच्चा मोरजे को दे दिया गया। उस समय पाटिल का पति घर से बाहर था। जब घर आने के बाद उन्हें बच्चा नहीं मिला तो उसने पुलिस के पास शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ भारतीय दण्ड संहिता की मानव तस्करी धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया है।
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