अमेरिका के लोकप्रिय ट्रैवल गाइड फोडोर्स ने अपने लाखों फॉलोअर्स के लिए वर्ष 2018 में दुनिया की नहीं जाने वाली जगहों की सूची में ताज महल को शामिल किया है। फोडोर्स ट्रैवल ने यह सलाह उन मीडिया रिपोर्टों के आधार पर दिया है जिसमें कहा गया है कि मड पैक थेरपी के जरिए ताज महल को ‘चमकाया’ जा रहा है।
वर्ष 1937 में अमेरिकी पर्यटकों के लिए अपनी तरह के पहले गाइड को जारी करने वाले फोडोर ट्रैवल ने अपनी वेबसाइट पर कहा, ‘चूंकि ताजमहल की आपकी ड्रीम यात्रा में उसके गुंबद के सामने फोटो खिंचवाना शामिल है, इसलिए उसे वर्ष 2019 तक के लिए टाल दें। इसकी वजह गुंबदों में मड पैक है।’
इस बीच एएसआई के अधिकारियों ने कहा है कि मड पैक लगाए जाने के बाद भी हमेशा ताजमहल का एक तरफ का हिस्सा पर्यटकों की सुविधा के लिए ढका नहीं जाएगा। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए टैवल संघ के अध्यक्ष राजीव तिवारी ने कहा कि इस तरह की सलाह का स्थानीय पर्यटन पर बुरा असर पड़ेगा
उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने इस साल ताजमहल घूमने को अपनी यात्रा सूची में ऊपर रखा है, वे अब ऐसा करने से पहले दो बार सोचेंगे। बता दें, ताजमहल देखने वालों की भारी भीड़ को देखते हुए सैलानियों की संख्या को 40 हजार प्रतिदिन तक सीमित किए जाने के प्रस्ताव पर विचार चल रहा है। अगर इस प्रस्ताव को मान लिया गया तो यहां आने वाले सैलानियों की संख्या में करीब 40 लाख की कमी आ सकती है।