मंदसौर की मासूम से सामूहिक दुष्कर्म का गुस्सा अंचल और इंदौर के बाद दिल्ली पहुंच गया है। शनिवार को दिल्ली में मप्र भवन के बाहर भी प्रदर्शन कर आरोपितों को फांसी देने की मांग की गई। उधर, परिजन अब भी इस सदमे में हैं।
मासूम की दादी, बड़े पापा, बड़ी मम्मी पुलिस कार्रवाई से संतुष्ट तो हैं, पर वे कह रहे हैं कि अदालती कार्यवाही में फांसी की सजा मिलने में समय लगेगा। दोनों दरिंदों को हमारे हवाले कर दो, हम उन्हें मौत से बदतर सजा देंगे।
वहीं भीड़ के आक्रोश को देखते हुए शनिवार को दूसरे आरोपित आसिफ पिता जुल्फिकार मेव को पुलिस कोर्ट नहीं ले जा पाई। निरीक्षक ने न्यायाधीश शबनम मंसूरी के समक्ष सिर्फ केस डायरी पेश की और आसिफ को 5 जुलाई तक पुलिस रिमांड पर सौंप दिया गया।
पहले आरोपी इरफान उर्फ भय्यू खां मेव से भी पूछताछ जारी है। भीड़ के हमले के डर से पुलिस दोनों आरोपितों को रोज अलग-अलग जगह रख रही है और पूछताछ कर रही है।
सरकार ने कराई 10 लाख की एफडी
कलेक्टर निशांत वरवड़े ने बताया कि मुख्यमंत्री ने बच्ची का हर इलाज कराने की बात कही है। पढ़ाई, नौकरी व शादी तक खर्च शासन वहन करेगा। बच्ची के लिए पिता के नाम से दस लाख रुपए की एफडी भी की गई है।
मेडिकल बुलेटिन जारी- निजी डॉक्टर भी बुलाए
इंदौर के एमवाय अस्पताल ने शनिवार को मेडिकल बुलेटिन जारी किया गया। अस्पताल अधीक्षक वीएस पाल ने बताया कि बच्ची की हालत में सुधार है। उसे स्वस्थ होने में दो हफ्ते का समय लगेगा। गायनेकोलॉजिस्ट व पीडियाट्रिक सर्जन को बाहर से बुलाया गया है।
हर जनप्रतिनिधि से बोल रहे माता-पिता – फांसी दो
एमवाय अस्पताल में बच्ची के माता-पिता मिलने आ रहे जनप्रतिनिधियों से मांग कर रहे हैं कि आरोपितों को फांसी पर लटकाया जाए।