बरेली। टॉफी दिलाने के बहाने घर के बाहर खेल रहे चार मासूम बच्चों को एक व्यक्ति ले गया। शक होने पर रास्ते में कुछ राहगीरों ने पूछताछ की तो राज खुल गया। मासूम भी बोल पड़े कि यह हमारे पापा नहीं हैं। इसके बाद लोगों ने उसे जमकर पीटा और पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस गिरोह से जुड़े अन्य लोगों के बारे में सुराग लगाने में जुटी है।
बारादरी के एजाजनगर गौटिया निवासी शाहिद अहमद जरी का काम करते हैं। छोटे भाई चूड़ी विक्रेता रफीक भी उन्हीं के साथ रहते हैं। गुरुवार दोपहर शाहिद और रफीक काम से बाहर गए थे। शाहिद का तीन साल का बेटा फैज, चार साल की बेटी जोया और रफीक की तीन साल की बेटी जेनम घर के बाहर खेल रही थीं। तभी एक युवक पहुंचा, उसके पास एक बच्चा पहले से ही था। युवक ने तीनों बच्चों से कहा कि चलो टॉफी दिलवाते हैं। इस पर तीनों बच्चे उसके साथ चल दिए। रास्ते में खड़े गुलाम और मुहम्मद शमशाद ने शक होने पर उसे रोका और पूछताछ की तो बोला कि बच्चे उसके हैं।
गुलाम तीनों बच्चों और उनके पिता को पहचानते थे इसलिए उन्हें समझते देर नहीं लगी कि युवक बच्चों को चोरी कर ले जा रहा है। भीड़ जुट गई। बच्चे भी बोल पड़े कि यह हमारे पापा नहीं हैं। इसके बाद भीड़ ने उसे जमकर धुना और पुलिस के हवाले कर दिया। पकड़े गए आरोपित का नाम विजय कुमार है और वह नवादा शेखान का रहने वाला है। पुलिस पूछताछ में उसने बताया कि इन बच्चों से भीख मंगवाने के लिए चोरी कर ले जा रहा था।
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