पाकिस्तान का तीन मैच की टेस्ट सीरीज में 3-0 से सूपड़ा साफ करने के बाद ऑस्ट्रेलिया के कोच डेरल लैहमन ने कहा है कि ऑस्ट्रेलियाई टीम को भारत के खिलाफ अगले महीने से शुरू होने वाली आगामी सीरीज में भारत के खिलाफ प्रतिस्पर्धी होने के लिए जूते रगड़ने होंगे। इसके साथ ही टीम में कई रणनीतिक बदलाव करने होंगे।
लेहमन ने सिडनी में संवादताओं को संबोधित करते हुए कहा, भारत में लंबे समय तक बल्लेबाजी करना सफलती की कुंजी साबित हो सकती है। ऑस्ट्रेलिया भारत की इंग्लैंड के खिलाफ हालिया 0-4 की हार से सबक सीख सकती है। उन्होंने आगे कहा कि कुक ने दौरा खत्म होने के बाद हार के कारण गिनाते हुए कहा था कि हम भारत के खिलाफ लंबे समय तक बल्लेबाजी नहीं कर सके। इंग्लैंड ने भारत के खिलाफ कुछ अच्छे स्कोर खड़े किए लेकिन लंबे समय तक बल्लेबाजी नहीं कर सकी। हमारी टीम के सामने भी यही चुनौती होगी। हमने सिडनी में 135 ओवर बल्लेबाजी की लेकिन हमें भारत में 150 ओवर तक बल्लेबाजी करनी होगी। हमारी युवा टीम के खिलाड़ी इतने मजबूत और फिट हैं कि वे लंबे समय तक पिच पर टिके रह सकते हैं।
भारत का साल 2013 का पिछला दौरा स्मिथ के लिए दुःस्वप्न साबित हुआ था। इसलिए टीम से अभी से अपेक्षाएं पालना ठीक नहीं होगा। निश्चित तौर पर भारत दौरा कठिन होगा। हम किसी तरह के संदेह में नहीं हैं कि हमें वहां आसानी होगी। हमें वहां प्रतिस्पर्धी होने के लिए अच्छी क्रिकेट खेलनी होगी। यह हमारी नई युवा टीम के लिए अच्छी चुनौती और सिखाने वाला मोड़ साबित होगा। हममें से कुछ ने पहले भारत का दौरा किया है भारत का उनकी धरती पर सामना करना बेहद मुश्किल है। वह खेलने के लिए अलग ही दुनिया होगी। मुझे आशा है कि हमारे खिलाड़ी वहां परिस्थितियों से जल्दी तालमेल बैठा लेंगे।
संभावना जताई जा रही है कि सिडनी में पाकिस्तान खिलाफ खेल रही टीम में से 13 खिलाड़ी भारत दौरे पर जाने वाली टीम में जगह पा लेंगे। इसके अतिरिक्त शॉन मार्श के अतिरिक्त दो और खिलाड़ियों को टीम में शामिल किया जाएगा जो कि अतिरिक्त तेज गेंदबाज या बैटिंग ऑल राउंडर होगा। वहीं भारत के खिलाफ नाथन लायन, स्टीव ओ कीफ और एस्टन एगर को टीम के स्पिन आक्रमण की जिम्मेदारी मिल सकती है।