एजेंसी/ काबुल : अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई ने कहा कि पाकिस्तान नहीं चाहता कि भारत और अफगानिस्तान के बीच अच्छे संबंध बने। पाक चाहता है कि मध्य एशिया के किसी भी देश के तक भारत की पहुंच न हो और न ही उसका किसी के साथ द्विपक्षीय व्यापार हो।उन्होने यह भी कहा भारत-अफगनिस्तान की दोस्ती पाकिस्तान को रास नहीं आएगी।
भारत-अफगनिस्तान के रिश्ते हैं काफ़ी मजबूत
पाकिस्तानी अखबार द डॉन में बताया गया है कि ये दावे करजई ने एक इंटरव्यू में किए है। बता दें कि भारत अफगानिस्तान में इंफ्रास्ट्रक्चर और स्वास्थय सुविधाओं को खड़ा करने में मदद कर रहा है और खुद एक गरीब देश होने के बावजूद भी अफगानिस्तान को फाइनेंशियल हेल्प कर रहा है।
गुरुवार को अपने इंटरव्यू में करजई ने कहा कि भारत अफगानिस्तान को अपना दोस्त मानता है और पाकिस्तान को भी ऐसा ही करना चाहिए। पाकिस्तान को भारत, अफगानिस्तान और ईरान के गठबंधन का हिस्सा बनना चाहिए। लेकिन इसके लिए पाक की शर्त है कि अफगानिस्तान और भारत के बीच कोई संबंध नहीं होने चाहिए।
करजई का मानना है कि यदि यह मामला सुलझ जाए तो पाकिस्तान और अफगानिस्तान के रिश्तों में भी तेजी से सुधार आएगा। आतंकवाद के मसले पर पाकिस्तान को निशाना बनाते हुए पूर्व अफगानी राष्ट्रपति ने कहा कि पाक आतंकियों का सुरक्षित पनाहगाह है। आतंकवाद और चरमपंथ ऐसे खतरे है, जो अफगानिस्तान और पाकिस्तान की अवाम को प्रभावित कर रहे है।