उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां गुरुवार को प्रेमी के भेजे सिंदूर को मांग में सजाने से नाराज बड़े भाई ने फावड़े से काटकर बहन की हत्या कर दी। वहीं वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी भाई ने खुद फोन करके पुलिस बुलाई। मौके से उसे गिरफ्तार कर लिया गया। वहीं आरोपी भाई को बहन की हत्या करने पर कोई पछतावा नहीं है।
बता दें कि चिलुआताल इलाके के परमेश्वरपुर गांव के भंडारो टोला में गुरुवार को बहन अंजलि (16) को मौत के घाट उतारने के बाद आरोपी भाई रामगोविंद को घटना को लेकर कोई पछतावा नहीं है। उसने घटना के बाद मौके पर जुटे लोगों से कहा- अब वह इज्जत की जिंदगी जी सकेगा, भले जेल हो गई। बहन के प्रेमी के साथ जाने के बाद गांव के लोग उसे ताना मारते थे। अब इससे मुक्ति मिल जाएगी।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, घटना के समय आरोपी रामगोविंद इतने गुस्से में था कि अगर उसे लोगों ने नहीं पकड़ा होता तो वह बहन के शव को टुकड़ों में बदल देता। उधर, बेटी की शव से लिपटी मां बदहवास थी। वह बार-बार यही कह रही थी कि मेरी ही गलती है। बेटी को बहन के घर से बुलाया ही क्यों? वह नहीं आती तो जिंदा रहती। बेटे रामगोविंद को कोसते हुए कहा- उसे ऐसा नहीं करना चाहिए था। राम गोविंद ने गलत किया है। उसे सजा मिलनी ही चाहिए। उधर, घटना के बाद प्रेमी युवक, उसके पिता और भाई फरार हो गए। घर पर सिर्फ प्रेमी युवक की मां ही मौजूद है।
पिता ने दिया था बालिग होने पर शादी कराने का भरोसा-
जानकारी के मुताबिक, किशोरी की जिद थी कि उसे प्रेमी के साथ ही जिंदगी बितानी है। बेटी की जिद पर पिता ने भरोसा दिलाया था कि बालिग होने पर उसकी शादी प्रेमी से करा देंगे, लेकिन किशोरी को इसपर यकीन नहीं था। करीब 15 दिन पहले वह घरवालों से नाता तोड़कर प्रेमी के साथ चली गई थी।
झूठी इज्जत के मामलों में पहले भी गईं हैं कई जानें-
31 जुलाई 2020: पीपीगंज इलाके के बढ़या निवासी सुग्रीव साहनी ने एक युवक से दोस्ती रखने पर अपनी 17 साल की बेटी की हत्या कर दी थी।
फरवरी 2016: बेलघाट इलाके में आईटीआई की तैयारी करने वाले अजय से प्रेम संबंध में चाकुओं से गोदकर युवती की हत्या कर दी गई थी।
24 जनवरी 2015: खोराबार इलाके के छोटकी कैथवलिया के रामदास की बेटी रंभा (20) प्रेम विवाह करने को घर से निकली थी। परिजन प्रेमी से शादी कराने का आश्वासन देकर रंभा को घर लाए और फिर उसे मौत के घाट उतार दिया।