इंदौर में हुआ स्कूल बस हादसा कई परिवार वालों को जिंदगी भर के लिए आंसू दे गया. इस दर्दनाक हादसे में पांच की मौत हो गई और कई बच्चे घायल हो गए. एक्सीडेंट के बाद कई दर्दनाक तस्वीरें और सच सामने आ रहे हैं, जो कि प्रशासन पर काफी सवाल खड़े करते हैं.
ऐसे हुआ एक्सीडेंट: बता दें कि 5 जनवरी को इंदौर के बिचौली हप्सी के पास ओवरब्रिज पर दिल्ली पब्लिक स्कूल की बस और ट्रक के बीच भिड़ंत हो गई, जिसमें चार बच्चों समेत ड्राइवर की मौत हो गई. बताया जा रहा कि स्टेयरिंग फेल हो जाने की वजह से यह हादसा हुआ था.
चालक ने की थी शिकायत: दुर्घटना के बाद कई सच भी सामने आ रहे हैं, जो कि इस हादसे की वजह भी हो सकते हैं. चालक के भांजे ने बताया कि डेढ़ साल पहले ही चालक ने बस खराब होने की लिखित शिकायत दी थी.
पेरेंट्स ने की थी शिकायत: वहीं तीन सवाल पहले ट्रैफिक डीएसपी ने फ्लाइओवर को डेंजर स्पॉट घोषित किया था, हालांकि उस पर ध्यान नहीं दिया गया. रिपोर्ट्स के अनुसार पेरेंट्स ने भी पहले बस खराब होने की जानकारी दी थी, लेकिन उस पर कोई एक्शन नहीं लिया गया.
आंखे कर दी दान: हादसे की शिकार हुई कृतिका नाम की स्टूडेंट के परिजनों ने एक साहस भरा फैसला लिया है. कृतिका के परिजनों ने बेटी की आंखें और स्किन डोनेट करने का फैसला लिया है. बेहद पीड़ादायक मौके पर परिजनों के इस फैसले के बारे में जो सुन रहा, वो दुआएं दे रहा. उनके इस फैसले के कोई जिंदगी रोशन होगी.
लापरवाह स्कूल: इसमें स्कूल का लापरवाही रवैया भी सामने आया है. स्कूल ने बच्चों के पेरेंट्स को इस बात की कोई खबर नहीं दी और उन्हें सोशल मीडिया से इसके बारे में पता चला.
तेज बस चलाते थे अंकल- उस उन स्कूल नहीं गए एक छात्र ने बताया कि ड्राइवर अंकल बहुत तेज बस चलाते थे और वो भांग खाते थे. मना करने के बाद भी गाड़ी धीरे नहीं करता था.
चिल्ला रहे थे बस: दुर्घटना स्थल पर मौजूद एक शख्स ने बताया कि एक्सीडेंट के बाद बच्चे बुरी तरह बस में फंसे हुए थे और वो अपने माता-पिता को आवाज लगा रहे थे. स्थानीय लोगों ने पतरे को तोड़कर बच्चों को निकाला.
तस्वीरों में दिख रहा है कि बच्चों के बैग, ड्रेस खून में सने हुए थे. बस के अंदर का मंजर काफी खौफनाक था.