बोटिंग का लेना है मजा तो इन झीलों में करें सुकून की सैर

अगर आप बोटिंग के शौकीन हैं तो जरूर इन जगहों पर जाएं, जहां आप होंगे और आपके साथ होंगे आपके सुकून के पल।30_11_2016-boating

भागदौड़ से भरी इस जिंदगी में अक्सर ऐसा एक पल आता है जब इंसान को सिर्फ और सिर्फ सुकून के पल की तलाश होती है। लगता है शहर की भीड़-भाड़ से कहीं दूर अकेले में वक्त बिताया जाए, खुद को रिफ्रेश करने के लिए यह बेहद जरूरी भी है और अगर ऐसे में आप बोटिंग के शौकीन हैं तो आपको जरूर इन जगहों पर जाना चाहिए। आप यहां बोटिंग का मजा भी ले सकते हैं और आपको प्रकृति के करीब भी आनेे का मौका मिल जाएगा, जहां आप होंगे और आपके साथ होंगे आपके सुकून के पल।

शुरुआत उत्तराखंड के खूबसूरत शहर नैनीताल स्थित नैनी झील से करते हैं, जो इस शहर के आकर्षण का मुख्य केंद्र है। इस झील के नाम पर ही इस शहर का नाम नैनीताल पड़ा है। यह झील पहाड़ों के बीचों-बीच है। यह जगह इतनी खूबसूरत है कि यहां आकर आपका वापस जाने का मन नहीं करेगा। इस झील में बोटिंग करना आपको काफी पसंद आएगा।

अगर आप दिल्ली-एनसीआर में रहते हैं तो आपके लिए यह बहुत अच्छा विकल्प है। यह हरियाणा के गुड़गांव जिले में अरावली की पहाडि़यों के बीच स्थित है और चारों तरफ हरियाली भी है। एडवेंचर पसंद करने वालों को यहां जरूर मजा आएगा। आप यहां रो बोट, पैडल बोट और मोटर बोट इत्यादि से बोटिंग का लुत्फ उठा सकते हैं। यहां जाने का सबसे अच्छा मौसम विंटर है, क्योंकि गर्मियों में अक्सर दमदमा झील सूख जाती है।

वैसे अगर बोटिंग की बात करें तो सबसे पहले दिमाग में केरल आता है। यहां एलेप्पी व कुमारकोम झील बोटिंग के लिए सबसे अच्छी जगह हैं। केरल में हाउस बोट काफी मशहूर हैं। अपने व्यस्त शेड्यूल से समय निकालकर यहां सुकून के पल बिताना काफी शानदार रहेगा। आस-पास पानी और चारों तरफ शांति, क्या खूबसूरत वो पल होगा इसकी आप कल्पना कर सकते हैं। एसी और नॉन-एसी दोनों तरह के बोट यहां उपलब्ध हैं।

कश्मीर की बेहद खूबसूरत वादियों के बीच श्रीनगर की डल झील का जिक्र करना कैसे भूल सकते हैं। यह भारत के मशहूर झीलों में शुमार है और इसकी खूबसूरत व खामोशी का तो हर कोई कायल है। इसीलिए यह बोटिंग के लिए भी बहुुत मशहूर जगह है। यहां आकर आपको काफी सुकून मिलेगा और बोटिंग के साथ खूबसूरत वादियों को निहारने का अपना एक अलग ही मजा है।

राजस्थान के उदयपुर शहर का यह झील ऐतिहासिक है। यहां पिछोली गांव के निकट इस झील का निर्माण राणा लाखा के काल (14वीं शताब्दी के अंत) में किसी बनजारे ने करवाया था। महाराणा उदय सिंह द्वितीय ने इस शहर की खोज के बाद इस झील का विस्तार कराया था। झील में दो द्वीप हैं और दोनों पर महल बने हुए हैं। एक है जग निवास, जो अब लेक पैलेस होटल बन चुका है और दूसरा है जग मंदिर। आप यहां आसानी से बोटिंग का मजा ले सकते हैं। यहां सोलर पावर्ड मोटर बोट उपलब्ध हैं, ऐसे में आप इको-फ्रेंडली तरीके से बोटिंग कर सकते हैं।

 

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