शहर के विभिन्न इलाकों से पकड़कर कान्हा उपवन लाए गए पशुओं के उग्र व्यवहार में चेंज लाने और उनके बेहतर स्वास्थ्य के लिए नगर निगम इंदौर की तर्ज पर कदम उठाएगा. इस कदम से साफ है कि कान्हा उपवन में सुबह के वक्त जहां बांसुरी की धुन सुनाई देगी, वहीं दूसरी तरफ पशुओं को बॉडी मसाज भी दी जाएगी. इतना ही नहीं, पशुओं का हर सप्ताह मेडिकल चेकअप भी किया जाएगा. यह भी जानकारी सामने आई है कि निगम की टीम लोगों को पशुओं के प्रति अच्छा व्यवहार करने के लिए प्रेरित भी करेगी. जल्द ही निगम की एक टीम इंदौर जाकर योजना को क्रियांवित करने की दिशा में कदम उठाएगी.
इसलिए पड़ी जरूरत
हाल में कई ऐसे मामले सामने आए हैं, जिसमें पशुओं ने लोगों पर हमला किया है. निगम की ओर से ऐसे पशुओं को पकड़ कर कान्हा उपवन तो भेज दिया गया, लेकिन शहर में अभी हजारों ऐसे जानवर घूम रहे हैं जो अपने हिंसक व्यवहार के कारण लोगों के लिए खतरा बन रहे हैं. इन चीजों को ध्यान में रखते हुए ही यह कदम उठाया जा रहा है.
मेयर ने किया था इंस्पेक्शन
हाल में ही मेयर संयुक्ता भाटिया इंदौर गई थीं. वहां उन्होंने कूड़ा निस्तारण प्रोसेस के साथ सफाई व्यवस्था की तकनीक को देखा था. इसके साथ ही उन्होंने कैसरबाग रोड स्थित श्री अहिल्या माता गौशाला का भी निरीक्षण किया था. यहां उन्होंने देखा था कि किस तरह से पशुओं का रखरखाव किया जा रहा है. यहां मेयर को बताया गया कि पशुओं के बेहतर स्वास्थ्य और उग्र व्यवहार में परिवर्तन लाने के लिए क्या तरीके अपनाए गए हैं. जिनमें प्रमुख रूप से बांसुरी की धुन, बॉडी मसाज और फॉगर शामिल हैं. यहां सुबह बांसुरी की धुन बजाई जाती है तो दोपहर में पशुओं को बॉडी मसाज दी जाती है. अधिक गर्मी होने पर पशुओं पर पानी की बौछार की जाती है.