बुलंदशहर की घटना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दोषियों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई के आदेश दिए हैं। उन्होंने दोषियों पर रासुका के तहत कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही वरिष्ठ अधिकारियों को तत्काल मौके पर जाकर हर पीड़ित को बेहतर इलाज दिलाने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने दोषी डिस्टीलरी के खिलाफ भी कठोरतम कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
बुलंदशहर के सिकंदराबाद कोतवाली क्षेत्र के गांव जीतगढ़ी में जहरीली शराब पीने से अब तक कुल पांच लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 16 लोगों की हालत गंभीर है। गंभीर लोगों को उपचार के लिए विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। इस मामले में लापरवाही के आरोप में थाना प्रभारी समेत तीन लोगों को निलंबित कर दिया गया। जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने बताया कि प्रथमदृष्टया यह पाया गया है कि शराब बाहर से लाई गई थी। शराब की दुकानों पर छापेमारी की जा रही है।
बताया गया कि मृतक सभी मजदूर थे। मृतकों ने गांव में ही अवैध रूप से शराब बेचने वाले एक युवक से रात शराब खरीदकर पी थी। शराब पीने के कुछ देर बाद ही लोगों की हालत बिगड़ने लगी। परिजन उपचार के लिए उन्हें चिकित्सकों के पास लेकर पहुंचे। जिसमें से पांच की मौत हो गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू कर दी है।
बुलंदशहर में जहरीली शराब पीने से कुल पांच लोगों की मौत के मामले में थाना पुलिस की लापरवाही मानते हुए एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने थाना प्रभारी दिक्षित कुमार त्यागी, हलका इंचार्ज और चौकी प्रभारी प्रभारी अनोखे पुरी को तत्काल निलंबित कर दिया है।
मामले में तीन लोगों को हिरासत में भी लिया गया है। जानकारी के अनुसार अब तक जहरीली शराब से बीमार कुल 15 लोगों को अब तक अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया जा चुका है। शराब कांड के बाद गांव में चीख-पुकार मच गई है।
ग्रामीणों का आरोप है कि आबकारी विभाग की सांठगांठ से जहरीली शराब बेची जा रही थी। इस सबके पीछे शराब माफिया कुलदीप का नाम बताया जा रहा है जो प्रिंस इंडिया नाम का ब्रांड बेचता था।घटना के बाद से ही कुलदीप फरार है। डीएम और एसएसपी ने मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल की।