पटना: बिहार में कोरोनावायरस संक्रमण के तीव्र गति से बढ़ते मामलों को देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज कोई कठोर निर्णय ले सकते हैं। उनका इशारा लाकडाउन की तरफ था। जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम के बाद सोमवार को संवाददाताओं से बातचीत के क्रम में उन्होंने इसका स्पष्ट इशारा किया था। मुख्यमंत्री ने कहा कि मंगलवार को हाई लेवल बैठक में विभिन्न जिलों की स्थिति पर विचार कर आगे के लिए फैसला किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने हाल के दिनों में अचानक कोरोना के मामले बढ़ने की चर्चा करते हुए कहा कि संक्रमण से बचाव के लिए लोगों को बड़े स्तर पर अलर्ट रहना होगा। वैसे, अस्पतालों में दवा और आक्सीजन की कोई कमी नहीं है।
जनता दरबार में पहुंचे आधा दर्जन फरियादी मिले पाजिटिव
मुख्यमंत्री ने कहा कि सोमवार की सुबह जनता दरबार में पहुंचा एक व्यक्ति जांच में कोरोना पाजिटिव पाया गया। नियम है कि जो शिकायत लेकर आते हैं, उनकी कोरोना जांच होती है। बाद में मालूम हुआ कि जनता दरबार पहुंचे छह लोग पाजिटिव मिले। इसके अतिरिक्त भोजन की व्यवस्था को देखने वाला एक व्यक्ति भी कोरोना पाजिटिव मिला।
छह दिनों में तेजी से फैला है कोरोना
बीते छह दिनों के दौरान बिहार में कोरोना तेजी से फैला है। बीते 29 दिसंबर 2021 को कोरोना के 77 संक्रमित मरीज मिले थे। आगे 30 दिसंबर 2021 को मिले नए संक्रमितों की संख्या 132 थी। नए साल के पहले दिन एक जनवरी को फिर 281 नए मरीज मिले। दो जनवरी को तो कोरोना के 352 नए मामलों के साथ कोरोना का विस्फोट ही हो गया। तीन जनवरी को भी 344 नए मामले मिले। आंकड़े बताते हैं कि बिहार में छह दिनों के दौरान कोरोना के मामले तेजी से बढ़े हैं। रविवार को मिले 352 नए मरीज बीते 18 जुलाई 2021 को मिले 347 संक्रमितों के बाद से सबसे बड़ा आंकड़ा है। सोमवार को मिले 344 नए मरीज भी 18 जुलाई के आंकड़े से महज एक ही कम है।
हर रोज डेढ़ से दो लाख की जांच
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में जांच बड़ी संख्या में कराई जा रही है। हर रोज डेढ़ से दो लाख की संख्या में इलाज कराया जा रहा। किसी-किसी दिन तो शून्य पाजिटिव होते थे। पर पिछले दस दिनों से संख्या बढऩी शुरू हुई और आज तो अचानक बहुत बढ़ गई।
आज नहीं रुकेगा समाज सुधार अभियान
अपने समाज सुधार अभियान को कोरोना की वजह से स्थगित किए जाने के संबंध में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि मंगलवार को तो वह तय कार्यक्रम के हिसाब से अपने अभियान में रहेंगे। मंगलवार को ही पूरी स्थिति पर रिपोर्ट लेकर आगे के बारे में निर्णय लेंगे। जो लोग हमलोगों के साथ रहते हैैं, उनकी भी जांच करा रहे हैं। पांच राज्यों में होने वाले चुनाव को टाले जाने के संबंध में दब उनसे राय मांगी गई तो उन्होंने कहा कि अभी कुछ नहीं कहा जा सकता है।