बिहार के मुंगेर में दुर्गा पूजा विसर्जन के दौरान युवकों पर लाठीचार्ज और गोली कांड में युवक की मौत के विरोध में गुरुवारों को शहर भर के बाजार बंद रहे। चैंबर ऑफ कॉमर्स के सदस्य सुबह से ही बाजार में दुकानों को बंद रखने की अपील की। इस दौरान घटना के विरोध में शहर में प्रदर्शन किया गया।
शहरवासी एसपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। प्रदर्शन में शामिल आक्रोशित युवकों ने एसपी कार्यालय के समीप पहुंचकर एसपी के खिलाफ नारेबाजी की और वहां पथराव कर दिया। आक्रोशित युवकों के जत्थे ने एसडीओ के गोपनीय शाखा कार्यालय में भी तोड़फोड़ की। घटना के दौरान माहौल तनावपूर्ण बन गया है। आक्रोशित युवकों के जत्थे ने शहर के पूरब सराय फांरी में लगी दो पुलिस जीप को आग के हवाले कर दिया।
आपको बता दें कि बिहार के मुंगेर जिले में सोमवार की आधी रात दुर्गा की प्रतिमा विसर्जन के दौरान पुलिस और सुरक्षाबलों के बीच झड़प में एक युवक की मौत और छह से ज्यादा लोग घायल हो गए थे। शादीपुर में बड़ी दुर्गा के विसर्जन के दौरान पुलिस ने युवकों पर बल प्रयोग किया। इससे भीड़ उग्र हो गई और पुलिस और लोगों में भिड़ंत हो गई। बचाव करते हुए पुलिस ने फायरिंग की जिसमें एक युवक की मौत घटनास्थल पर ही हो गयी। गोली लगने से कई लोग घायल हो गए थे। जिनका इलाज सदर अस्पताल में किया जा रहा है।
एसपी लिपि सिंह ने सफाई देते हुए कहा था कि विसर्जन के दौरान असामाजिक तत्वों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। इस घटना में करीब 20 सुरक्षा बल के जवान घायल हो गए, एक एसएचओ स्तर के अधिकारी का सिर फट गया। हालांकि उन्होंने बाद में 15 पुलिस कर्मियों के ही नाम बताए थे। एसपी का दावा था कि पथराव के बाद असामाजिक तत्वों ने गोलीबारी में युवक की मौत हो गई।
बिहार विधानसभा चुनाव के बीच और मुंगेर में वोटिंग के एक दिन पहले घटना घटित होने से शहर में एसपी के खिलाफ आक्रोश फैला हुआ है। वहीं राजनीतिक दलों ने भी गोलीकांड को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश और पुलिस प्रशासन को कटघड़े में खड़ा किया है। राजद नेता और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और लोजपा अध्यक्ष ने घटना की तुलना जालियांवाला बाग से करते हुए जनरल डायर की संज्ञा दी। उन्होंने एसपी लिपि सिंह के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की निंदा की है। उधर घटना के न्यायिक जांच के आदेश दे दिए गए हैं।