बिहार: बाढ़ की स्थिति का जायजा लेने के लिए गया डीएम, सदर एसडीओ और बोधगया अंचल अधिकारी ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। बारिश थमने के बाद गांवों से धीरे-धीरे पानी निकल रहा है, लेकिन खेत और बाग-बगीचे अब भी जलमग्न हैं।
गया जिले में लगातार बारिश और फल्गु नदी के बढ़ते जलस्तर से उत्पन्न बाढ़ की स्थिति का जायजा लेने गए बोधगया अंचल अधिकारी (सीओ) महेश कुमार की वाहन गुरुवार को कीचड़ में फंस गई। घटना बोधगया प्रखंड के बसराड़ी गांव की है, जहां लौटते समय कच्चे रास्ते में कीचड़ के कारण सीओ की गाड़ी फंस गई।
वाहन निकालने के ड्राइवर के प्रयास विफल होने के बाद गांव के स्थानीय लोगों ने मदद की और काफी मशक्कत के बाद वाहन को धक्का देकर बाहर निकाला। इस दौरान अधिकारी गाड़ी के अंदर ही बैठे रहे। वाहन निकलने के बाद उन्होंने ग्रामीणों के प्रति आभार जताया।
गौरतलब है कि बीते मंगलवार रात से हो रही लगातार बारिश के कारण फल्गु और निरंजना नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ गया है। इसके चलते बोधगया, शेरघाटी और बाराचट्टी प्रखंड के कई गांवों में नदियों और नहरों का पानी घुस गया है। कई घरों में पानी भर गया है, जिससे ग्रामीणों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
बाढ़ की स्थिति का जायजा लेने के लिए गया डीएम, सदर एसडीओ और बोधगया अंचल अधिकारी ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। बारिश थमने के बाद गांवों से धीरे-धीरे पानी निकल रहा है, लेकिन खेत और बाग-बगिचे अब भी जलमग्न हैं। जो ग्रामीण सुरक्षित स्थानों पर चले गए थे, वे अब धीरे-धीरे अपने घरों की ओर लौट रहे हैं।
जिला प्रशासन की ओर से बाढ़ से क्षतिग्रस्त पुल-पुलियों और सड़कों की मरम्मत का कार्य शुरू कर दिया गया है। साथ ही, अस्थायी मार्ग और अन्य वैकल्पिक व्यवस्थाएं भी की जा रही हैं ताकि लोगों की आवाजाही प्रभावित न हो। बारिश का असर रेल यातायात पर भी पड़ा। गया-हावड़ा रेलखंड के बंसीनाला हॉल्ट के पास पहाड़ से पत्थर और मिट्टी खिसककर रेलवे ट्रैक पर आ गिरे, जिससे दर्जनों ट्रेनें करीब छह घंटे तक विलंबित रहीं।