अतिक्रमण हटाओ टीम प्रधान डाकघर से कुछ दूर आगे ही बढ़ी थी कि व्यवसायी गोलबंद होकर सड़क पर उतर गए और नगर परिषद के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सड़क को जाम कर दिया। जाम में शामिल व्यापारियों का कहना था कि त्यौहारी सीजन में नगर परिषद द्वारा जानबूझकर व्यापारियों को परेशान किया जा रहा है।
सुपौल शहर में शनिवार को नगर परिषद की ओर से अतिक्रमण मुक्ति अभियान चलाया गया। इस दौरान शनिवार की शाम प्रशासन ने शहर के हथखोला रोड सहित स्टेशन रोड में दुकानदारों के अवैध कब्जे को खाली कराया। हालांकि स्टेशन रोड में जब प्रधान डाकघर के समीप प्रशासन की टीम पहुंची तो स्थानीय व्यवसायी गोलबंद हो गए और विरोध प्रदर्शन करने लगे। गुस्साए व्यवसायियों ने प्रधान डाकघर के समीप स्टेशन रोड को करीब एक घंटे तक जाम कर विरोध जताया। वही इस दौरान व्यापारियों ने मुख्य पार्षद, ईओ और वार्ड पार्षद के खिलाफ नारेबाजी भी की। व्यापारी बिना किसी पूर्व सूचना के त्योहारी सीजन में चलाए जा रहे अभियान से आक्रोशित थे। हालांकि बाद में कुछ वार्ड पार्षद जाम स्थल पर पहुंचे और व्यापारियों को समझाया बुझाया। वही मुख्य पार्षद राघवेंद्र झा के फोन पर मिले आश्वासन के बाद जाम समाप्त हुआ।
गोलबंद होकर सड़क पर उतर गए व्यवसायी
दरअसल, कार्यपालक पदाधिकारी देवर्षि रंजन के नेतृत्व में नगर परिषद की अतिक्रमण हटाओ टीम ने लोहिया नगर चौक से लाव लश्कर के साथ अतिक्रमण खाली करना शुरू किया। अभियान की शुरुआत से ही अतिक्रमण हटा रही टीम को व्यापारियों का विरोध झेलना पड़ा। लेकिन टीम व्यापारियों की एक नहीं सुन रहे थे और टीन के शेड को जेसीबी से तोड़कर आगे बढ़ते गए। इस दौरान सड़कों पर लगे दुकान के बोर्ड भी जब्त कर लिए गए। नगर परिषद की टीम जब स्टेशन रोड पहुंची तो व्यापारी मुखर हो गए। अतिक्रमण हटाओ टीम प्रधान डाकघर से कुछ दूर आगे ही बढ़ी थी कि व्यवसायी गोलबंद होकर सड़क पर उतर गए और नगर परिषद के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सड़क को जाम कर दिया। जाम में शामिल व्यापारियों का कहना था कि त्यौहारी सीजन में नगर परिषद द्वारा जानबूझकर व्यापारियों को परेशान किया जा रहा है।
अतिक्रमण मुक्ति अभियान दोबारा शुरू किया जाएगा
इधर, व्यापारी आग्रह करते रहे, लेकिन टीम में शामिल अधिकारी और कर्मी जबरन टीन के शेड को तोड़ते रहे। इसी बात से व्यापारियों का गुस्सा फूट पड़ा। जाम समर्थकों का कहना था कि जब तक अधिकारी माफी नहीं मांगेंगे वह जाम नहीं हटाएंगे। हालांकि इस संदर्भ में कई बार कार्यपालक पदाधिकारी से संपर्क का प्रयास किया गया, लेकिन उनका कोई पक्ष सामने नहीं आया है। सुपौल नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी देवर्षि रंजन ने बताया कि अतिक्रमण मुक्ति अभियान के पूर्व शहर में माइकिंग कराई गई थी। फिलहाल व्यवसायियों के अनुरोध पर पर्व समाप्ति तक अभियान रोक दिया गया है। दीपावली और छठ के बाद अतिक्रमण मुक्ति अभियान दोबारा शुरू किया जाएगा।