बिहार के अररिया में एक दामाद ने अपनी ससुराल के घर में पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी। आग में झुलसकर उसकी सास और साले की मौत हो गई, जबकि दो लोगों- ससुर व एक अन्य बच्चे- की हालत गंभीर बताई जा रही है।
मामला पलासी थाना क्षेत्र में कनखुदिया पंचायत के हसनपुर नया टोला का है। मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार की सुबह-सुबह लगी आग की चपेट में आकर परिवार के चार सदस्य गंभीर रूप से झुलस गए। इलाज के लिए ले जाने के दौरान रास्ते में ही 45 वर्षीय बीबी मरजीना और उनके 10 साल के बेटे अबुजर की मौत हो गई। गंभीर रूप से झुलसे मो. इरशाद और उनकी बेटी शाहिस्ता की हालत गंभीर बताई जा रही है। उनका इलाज चल रहा है।
घटना के बाद हसनपुर में ग्रामीणों की भीड़ उमड़ गई। ग्रामीणों और परिवारीजनों का आरोप है कि मृतका के दामाद और उनके सहयोगियों द्वारा पेट्रोल छिड़ककर आग लगाई गई है। मो.इरशाद को पहले ही ऐसी घटना की आशंका थी और उन्होंने पुलिस को इसकी सूचना भी दी थी।
बताया जा रहा है कि मो.इरशाद की पहली बेटी नन्ही बेगम की शादी फरसाडांगी गांव के मो.मोजस्सिम के साथ हुई थी। 15 दिन पहले मोजस्सिम ने अपनी बीवी को तलाक दे दिया। इस बात की जानकारी मिलने पर नन्ही बेगम के परिवार वालों ने विरोध किया। आरोप है कि इसके बाद मोजस्सिम ने नन्ही बेगम को प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। ससुराल वालों को भी तरह-तरह की धमकी देने लगा।
मो.इरशाद ने इसकी जानकारी पुलिस थाने को दी थी। ग्रामीणों और परिवारीजनों ने कहा कि शिकायत मिलने के बाद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। आरोप है कि शुक्रवार की सुबह-सुबह मो मोजस्सिम एक गैलन में पेट्रोल भरकर ससुराल हसनपुर आया। उसने घर में पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी। आग की चपेट में आकर घर में सो रहे सास, श्वसुर तथा दो बच्चे झुलस गए। गांववालों ने चारों को इलाज के लिए पीएचसी पलासी में भर्ती कराया।
प्राथमिक इलाज के बाद डॉक्टरों ने चारों को सदर अस्पताल अररिया रेफर कर दिया। जिला अस्पताल से भी उन्हें रेफर कर दिया गया। बेहतर इलाज के लिए हायर सेंटर ले जाए जा रहे मरजीना और अबुजर ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। इस बारे में थानेदार शिवपूजन कुमार ने कहा कि गांववालों ने दामाद पर ही पेट्रोल छिड़ककर आग लगाने का आरोप लगाया है। जांच की जा रही है। बहुत जल्द सच्चाई सामने आ जाएगी। उन्होंने कहा कि जिसने भी आग लगाई है उसे बख्शा नहीं जाएगा।