मौसम विभाग के अनुसार, मानसून की बारिश के कारण बिहार के लगभग सभी जिलों के अधिकतम तापमान में गिरावट आई है। गोपालगंज (35.5 डिग्री) को छोड़कर बाकी सभी जिलों का तापमान 35 डिग्री सेल्सियस से कम रिकॉर्ड किया गया। पटना का अधिकतम तापमान 35.1 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
बिहार के कई जिलों में आज भी बारिश के आसार हैं। कोसी और सीमांचल के जिलों में लगातार बारिश हो रही है। पिछले 24 घंटे में औरंगाबाद, रक्सौल, बक्सर, किशनगंज और अररिया समेत कई जिलों में बारिश हुई। इन इलाकों में 60 एमएम से अधिक बारिश दर्ज की गई। वही सबसे अधिक बारिश अररिया के फारबिसगंज में हुई। मौसम विज्ञान केंद्र पटना ने बिहार के पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, सीवान, सारण, मुजफ्फरपुर, जमुई, मधुबनी, सुपौल और दरभंगा में माध्यम दर्जे की बारिश और वज्रपात का अलर्ट जारी किया है। इसमें से कैमूर, बक्सर, पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, सीवान, अररिया और किशनगंज में एक या दो स्थानों पर भारी बारिश के आसार हैं।
मौसम विभाग ने कहा है कि इन जिलों के कुछ भागों में अगले दो से तीन घंटा में मध्यम दर्जे की में गर्जन वज्रपात के साथ बारिश होने की प्रबल संभावना है। मौसम विभाग ने खराब मौसम में लोगों से सावधान रहने की अपील की है। कहा है कि इस मौसम को देखते हुए लोगों से अनुरोध है कि वह सतर्क और सावधान रहे यदि आप खुले में हो तो अति शीघ्र किसी पक्के मकान में शरण लें। ऊंचे पेड़ और बिजली के खंभों से दूर रहें।
पटना में अगले दो दिनों तक भारी बारिश के आसार नहीं
इधर, पटना में लोग अभी बारिश का इंतजार कर रहे हैं। आज सुबह धूप नहीं निकली है। हालांकि,शनिवार को पटना में अच्छी बारिश हुई थी लेकिन रविवार और सोमवार को धूप–छांव का खेल जारी रहा। कुछ इलाकों में आसमान में बदला जरूर दिखे लेकिन बारिश नहीं हुई। मौसम वैज्ञानिकों ने अगले दो दिनों तक बारिश नहीं होने के आसार जताए हैं। कारण यह है कि ट्रफ रेखा दक्षिण बिहार से गुजर रही है। दक्षिण बिहार से हवा पूर्व से उत्तर की ओर जा रही है। इसलिए पटना में बारिश के आसार अभी नहीं बन रहे। हालांकि बादल छाए रह सकते हैं और कुछ जगहों पर बूंदाबांदी भी होगी लेकिन भारी बारिश के आसार नहीं बन रहे।
नेपाल में हो रही बारिश से कोसी और बागमती उफान पर
इधर, झारखंड के बाद अब नेपाल में हो रही बारिश का असर बिहार में भी पड़ा है। नेपाल से पानी छोड़े जाने के कारण कोसी नदी जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। कोसी बैराज पर बुधवार शाम तक नदी का जलस्तर एक लाख छह हजार क्यूसेक के पार चला गया। यह इस साल में अब तक सर्वाधिक जलस्तर है। दबाव कम करने के लिए 56 में से 11 फाटक खोल दिए गए हैं।वहीं मुजफ्फरपुर में बागमती नदी उफान पर आ गई है इस कारण जिले के कटरा इलाके में पीपा पुल भारी वाहनों के परिचालन पर रोक लगा दी गई है। वह झारखंड में पिछले कुछ दिनों से हुई लगातार बारिश के कारण गया, जहानाबाद, नालंदा और पटना से कुछ इलाकों में पानी घुस गया है। कई जगह तटबंध और बांध क्षतिग्रस्त हो गए हैं।