बिल्ली से जुड़े अपशकुन, अंधविश्वास हैं या सच इस बात को लेकर अक्सर लोग असमंजस में रहते हैं। इस करके जब कभी बिल्ली रास्ता काट जाती है तो लोग वहीं थम जाते हैं और यह प्रतीक्षा करते हैं कि उस रास्ते से उनसे पहले कोई और इंसान गुजरे। कभी-कभी तो लोग डर से अपना रास्ता तक बदल लेते हैं। लेकिन कम ही लोग जानते होंगे कि आखिर ऐसा क्यों किया जाता है। अगर आप भी बिना कारण जाने ऐसा कर रहें हैं तो यह खबर आपके लिए है।
बिल्ली को मांसभक्षी, जंगली और अशुभ जानवर माना गया है। नारद और वराह पुराण के शकुनअपशकुनाध्याय में बिल्ली को लेकर यही व्याख्या की गई है। पुराणों के अनुसार बिल्ली का दिखना, रास्ता काटना, रोना और घर में आना-जाना अशुभ माना जाता है। बिल्ली घरों में नकारात्मक ऊर्जा लाती है। इसलिए बिल्ली को घर में पालना अशुभ माना जाता है। बिल्ली आने वाली अशुभ घटना की ओर इशारा करती है।
बिल्ली को केवल भारत में नहीं बल्कि विदेशों में भी अशुभ माना जाता है। जर्मनी में बिल्लियों का दाईं से बाईं ओर रास्ता काटना अशुभ माना जाता है। आपकी जानकारी के लिए बताना चाहेंगे कि मध्य युग में यह माना जाता था कि बिल्लियां चुड़ैलों की सहायक होती है।
इसके अलावा यह भी मान्यता है कि अगर बिल्ली आपके सामने से दूर जाए तो समझें कि वह आपका अच्छा समय ले जा रही है। ऐसे यूरोप के कई हिस्सों में काली बिल्ली दिखना अपशकुन माना जाता है। अगली स्लाइड जानें अपशकुन से बचने के उपाय…
बिल्ली के रास्ता काटने पर होने वाले अपशकुन से बचने के लिए अपने इष्टदेव या हनुमान जी को प्रणाम करें और निकल जाएं। इसके अलावा आप सूर्य को प्रणाम कर के भी इस दोष को खत्म कर सकते हैं। लाल किताब में बिल्ली को राहु की सवारी माना गया है। इसलिए रां राहवे नम: मंत्र बोलकर भी आप अपशकुन खत्म कर सकते हैं।