बस या ट्रेन में अक्सर ऐसे लोग मिल जाते हैं जो बिना टिकट ही सवारी करना पसंद करते हैं। कुछ मजबूर होते हैं तो कई लोग ऐसे भी होते हैं जिन्हें लाइफ में रिस्क लेना पसंद होता है। भारत की राजधानी दिल्ली की डीटीसी बसों में आपको राजाना कई ऐसे यात्री मिल जाएंगे जो बिना टिकट ही यात्रा करते हैं और पकड़े जाने पर बहानेबाजी करने लगते हैं।
लेकिन यहां हम बात कर रहे हैं तमिलनाडु में चलने वाले बसों की। यहां एक कबूतर एक बस कंडक्टर के लिए उस समय परेशानी का सबब बन गया जब वह बिना टिकट ही बस में यात्रा करते पकड़ा गया। आप भी सोच रहे होंगे कि भला कबूतर भी टिकट लेता है क्या? दरअसल, तमिलनाडु में सरकारी बसों में पशुओं और पक्षियों के लिए भी टिकट लिए जाने का नियम है। घटना गुरुवार देर शाम की है। एक सरकारी बस इल्लावडी से हारुर टाउन जा रही थी। बस में 80 से अधिक यात्री सवार थे। इन 80 यात्रियों के बीच बस में कबूतर भी चुपचाप खिड़की पर बैठा सफर कर रहा था।
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हारुर के पास बस के पहुंचते ही परिवहन विभाग के इंस्पेक्टरों ने टिकट चेकिंग के लिए बस को रोका। चेकिंग के दौरान इंस्पेक्टरों ने एक यात्री के पास से कबूतर को बिना टिकट पकड़ा। दरअसल, जिस यात्री के पास ये कबूतर था वो शराब के नशे में पूरी तरह डूबा हुआ था। वहीं कंडक्टर ने अपनी सफाई में कहा कि जब यह शख्स बस में चढ़ा तो उसके हाथ में कोई कबूतर नहीं था।
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कंडक्टर के बयान से असंतुष्ट होकर अधिकारियों ने उसे मेमो जारी कर दिया। हालांकि, एक अधिकारी ने कंडक्टर का पक्ष लेते हुए कहा कि 30 से अधिक पक्षी के सफर करने पर ये नियम लागू होता है। एक कबूतर को साथ रखने पर टिकट लेने की कोई खास आवश्यकता नहीं होती है।