अमिताभ बच्चन की हिट फिल्मों का दौर जब चल निकला तब 1977 में एक फिल्म आई- अमर अकबर एंथनी। मनमोहन देसाई इसके डायरेक्टर और प्रोड्यूसर थे। प्रयाग राज ने इसका सक्रीन प्ले लिखा था और डायलॉग्स लिखे कादर खान ने। फिल्म में अमिताभ के अलावा विनोद खन्ना (अमर), ऋषि कपूर (अकबर) भी मुख्य भूमिका मे थे। फिल्म अपने दौर की सुपरहिट साबित हुई। वैसे तो पूरी की पूरी फिल्म दर्शकों को खींचती है, लेकिन फिल्म का एक सीन जिसने देखा, कभी भूल नहीं पाया। उस एपिक सीन को अमिताभ बच्चन ही कर सकते थे। यह दावा आप भी करेंगे अगर फिर से उसे देख लेंगे। हम बात कर रहे हैं- अमिताभ के शीशे वाले कॉमेडी सीन की…
तो यह रहा वो सीन और वो पूरा डायलॉग… अमिताभ के फैन है तो कर डालिये प्रेक्टिस…
बस… हो गया पिटाई, खुश… खुश… तेरे को हम इसकाएच्च वास्ते बोलता था दारू मत पी, मत पी, मत पी… दारू… ख… खराब चीज है।
तू अगर दारू नहीं पिएला होता तो क्या वो जाड़िया तेरे को मारने को हो सकता… बोल… अरे तू खुद बोल तेरे को मारने को हो सकता… हां…
एंथनी भाई… तुम अकेलाई दस दस आदमी को मारने को हो सकता है… पर तुम अपुन का सुनतइच्च किधर है… किधरइच्च सुनता है… देख देख… देख अपना थोपड़ा देख… देख अपना थोपड़ा आइने में जाके देख कितना मारा तेरे को… कितना मारा… पक्खा इडियट दिखता है। इडियट… हूं… अभी सुन… इधर खड़ा रहने का है… थोड़ा दवाई लगाएगा… हूं… हिलने का नहीं… इस्क्यूजमी… ए… हिलता काए को है भाई… खड़ा रहने का है… स्टेडी… स्टेडी हये… स्टेडी… स्टेडी… स्टेडी… देख मैन ये थोड़ा जलेगा… हां… लेकिन चिल्लाने का नहीं क्या…अपुन का गुस्सा बहुत ज्यादा है… चिल्लाने का नहीं… स्टेडी… हां… थोड़ा जलता है न… हां… वो तो जलेगा ही… इसीलिएइच्च तेरे को बोला है दारू नहीं पीने का है… दारू बहुत खराब चीज है… देखो अभी तेरे को बैंडएज लगाएगा…
हां… कल सुबह तक सब ठीक हो जाएगा… फिकर नहीं करने का… फिकर… बिल्कुल नहीं करने का… ओके… अच्छा भाई… अभी अपुन सोने को जाता है… हये… तुम भी जाओ… हम भी जाता है… गुड नाइट…
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