आम तौर पर किसी भी पब्लिक या प्राइवेट इवेंट की सफलता का श्रेय सीधे तौर पर इवेंट मैनेजर को दिया जाता है, जबकि कोई भी इवेंट बिना डेकोरेशन के अधूरा ही रहता है। और इस डेकोरेशन को सफल बनाने का काम करते हैं फ्लोरल डिजाइनर्स। ये प्रोफेशनल्स न सिर्फ प्राइवेट इवेंट्स, बल्कि प्रोफेशनल मीट्स और कॉन्फ्रेंसेज के लिए भी फ्लोरल डिस्प्ले तैयार करते हैं। अगर आप क्रिएटिव हैं और कुछ हटकर करने की सोच रहे हैं, तो आप भी बन सकते हैं फ्लोरल डिजाइनर।
हम जब भी किसी पारिवारिक आयोजन, कमर्शियल इवेंट, प्रोफेशनल मीट या फिर किसी कॉन्फ्रेंस को अटेंड करते हैं, तो सबसे पहले हमारा ध्यान वहां के डेकोरेशन, खास तौर पर फ्लोरल डिस्प्ले पर जाता है। मगर हमने शायद ही कभी इस बात पर ध्यान दिया हो कि इस तरह के थीम-बेस्ड डिस्प्ले तैयार करने वाले प्रोफेशनल्स कौन होते हैं। दरअसल, यह काम फ्लोरल डिजाइनर्स करते हैं। ये डिजाइनर्स न सिर्फ ओवरऑल फ्लोरल अरेंजमेंट पर फोकस करते हैं, बल्कि थीम के मुताबिक स्पेशल डिस्प्लेज भी तैयार करते हैं। अगर आप भी ऐसा ही एक क्रिएटिव करियर प्लान कर रहे हैं, तो आप फ्लोरल डिजाइनर बन सकते हैं।
कौन होते हैं फ्लोरल डिजाइनर्स?
फ्लोरल डिजाइनर्स ऐसे प्रोफेशनल्स होते हैं, जो क्लाइंट की मांग के मुताबिक अलगअलग साइज और डिजाइन्स में फ्लावर अरेंजमेंट करते हैं। ये अलग-अलग फूलों, पत्तियों, कंटेनर्स और डेकोरेटिव आइटम्स को चुनकर, उनसे डिजाइनर डिस्प्ले, बुके आदि तैयार करते हैं। अब तो कई डिजाइनर्स फूलों के साथ गुब्बारों, चॉकलेट्स, कैंडल्स और गिफ्ट बास्केट्स को कंबाइन करके नए डिजाइन्स भी तैयार करते हैं।
कौन-से कोर्स?
वैसे तो इस फील्ड में आने के लिए किसी प्रोफेशनल डिग्री के होने की अनिवार्यता नहीं है, लेकिन कोई प्रोफेशनल कोर्स करने का यह फायदा होता है कि इससे आपको डिजाइनिंग की सभी टेक्निक्स के बारे में जानकारी हो जाती
है। इस फील्ड में आप डिप्लोमा इन फ्लावर डिजाइनिंग एंड डेकोरेशन का कोर्स कर सकते हैं। हालांकि फ्लोरिकल्चर, हॉर्टिकल्चर और ऑर्नामेंटल हॉर्टिकल्चर में डिग्री कोर्स करना ज्यादा लाभदायक होगा। इससे आपको हर तरह के फूल के बारे में वैज्ञानिक जानकारी प्राप्त होगी।
वर्क प्रोफाइल
आम तौर पर फ्लोरल डिजाइनर्स का काम क्लाइंट के हिसाब से अलग-अलग पैटर्न और डिजाइन्स के डिस्प्लेज को तैयार करना होता है। ये हर मौसम में आने वाले फूलों के हिसाब से डिजाइनर बुके तैयार करते हैं। हालांकि अपने बिजनेस के लिए ये इंडीविजुअल डिजाइन्स भी तैयार करते हैं।
कैसी होनी चाहिए स्किल्स?
एक फ्लोरल डिजाइनर का क्रिएटिव होना तो जरूरी है ही, उसे फूल-पत्तों के बारे में वैज्ञानिक जानकारी भी होनी चाहिए। इसके अलावा उसमें बिजनेस स्किल्स, अच्छी कम्युनिकेशन स्किल्स और क्लाइंट की जरूरत को समझने की क्षमता भी होनी चाहिए।
भविष्य की संभावनाएं
फ्लोरल डिजाइनर के साथ काम करते हुए प्रशिक्षण लेकर कर सकते हैं। ज्यादातर लोग इस फील्ड में अपना खुद
का बिजनेस करते हैं। आप चाहें, तो किसी इवेंट मैनेजमेंट कंपनी के साथ टाइअप करके अपने बिजनेस को बढ़ा सकते हैं।
कमाई कितनी?
आम तौर पर बड़े शहरों में प्रोफेशनल फ्लोरल डिजाइनर्स एक बड़े इवेंट में 2 से 3 लाख रुपए तक कमा लेते हैं।