फोन पर भेजी लड़की, ब्लैकमेल कर वसूल लिए 15 करोड़

img_20161225111619नई दिल्ली: राजस्थान पुलिस ने ऐसे गिरोह को गिरफ्तार किया है। जो प्रतिष्ठित लोगों को प्रेमजाल और बलात्कार के झूठे मुकदमों में फंसाने की धमकी देकर करोड़ो रुपए की वसूल कर लेते थे। ये गैंग अभी तक 15 करोड़ रुपए ठग चुके हैं।

जानकारी के अनुसार जयपुर के एक नामी डॉक्टर सुनीत सोनी ने राजस्थान पुलिस से शिकायत की थी। सोनी भी इस गिरोह की कारगुजारियों का शिकार हो चुके हैं और रेप की झूठी शिकायत पर 75 दिन जेल भी जा चुके हैं। गिरोह मामले में बयान बदलने के नाम पर सोनी से एक करोड़ रुपए की वसूली भी कर चुका है। जेल से रिहा होने के बाद डॉ. सोनी ने इसकी सिकायत पुलिस में की और शिकायत सही पाए जाने पर पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप के महानिरीक्षक दिनेश एम.एन. ने एक टीम बनाकर गिरोह की गतिविधियों का पर्दाफाश किया।
एसओजी के महानिरीक्षक दिनेश एम.एन ने बताया कि मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। दोनों खुद को मीडिया से जुड़ा बता रहे हैं। गिरोह में जयपुर शहर के कुछ वकील, प्रतिष्ठित व्यक्ति व महिलाएं भी शामिल हैं। इस गिरोह का संचालक जयपुर शहर का वकील नवीन देवानी है। यह गिरोह जयपुर, अजमेर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड से लड़कियां मंगवा कर उन्हें ब्लैकमैंलिंग के काम के लिए तैयार करता था। इसमें एक एनआरआई लड़की भी शामिल है।
ये लोग शहर के सामाजिक रुप से प्रतिष्ठित व धनी लोगों को चिन्हित कर उनके पास योजनाबद्ध रुप से लड़की को भेजते थे। लड़की ऐसे लोगों को अपने जाल में फंसाकर उसके साथ शारीरिक संबंध स्थापित करती और योजना अनुसार इस कार्य को बलात्कार का रुप देने के लिए क्लिपिंग, अधोःवस्त्र सबूत के रूप में इकट्ठे कर लेती थी। इसके बाद गिरोह के लोग उस व्यक्ति के पास जाकर बलात्कार के झूठे मुकदमों में फंसाने की धमकी देते और उससे पैसा ऐंठ लेते थे।
ब्लैकमैलिंग की यह रकम कई मामले में एक से दो करोड़ होती थी। जो व्यक्ति रुपया देने से मना करते, उनके विरुद्ध थानों में बलात्कार के झूठे मुकदमे दर्ज कराए जाते व उनके गिरफ्तार होने के बाद ट्रायल के दौरान तथाकथित बलात्कार की पीड़िता के पक्षद्रोही बयान करवाकर बड़ी रकम वसूल की जाती थी। इस मामले में एक एनआरआई युवती, एक वकील और अच्छे परिवारों से जुडे युवक शामिल है। ये पूरे राजस्थान में अब तक दो दर्जन से ज्यादा वारदातों को अंजाम दे चुके हैं। गिरोह के दो लोग पकड़े जा चुके हैं जबकि बाकी अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है।

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