अब नए नियम के अनुसार खिलाड़ियों के खिलाफ अनुशासनात्क कार्रवाई करते हुए कुछ समय के लिए फील्ड से बाहर भेजा जा सकता है। खिलाड़ियों को अंपायर को डराने-धमकाने, खिलाड़ियों के खिलाफ बुरे रवैये या किसी भी प्रकार की हिंसा के लिए मैदान से बाहर किया जा सकेगा।इस बदलाव के बाद एक और बड़े बदलाव की मांग उठ रही है। एमसीसी के सामने कुछ लोगों ने मांग रखी है कि आईसीसी को मैदान का साइज निश्चित कर लेना चाहिए, जिससे हर टीम को बराबर मौका दिया जा सके।इसके अलावा क्रिकेट बैट के साइज को भी निर्धारित करने की मांग की गई है। क्रिकेट हितकारियों के मानना है कि कुछ बल्लेबाजों को बल्ले के साइज के चलते बड़ा फायदा होता है। इस वजह से इसमें भी बदलाव जरूरी है।हालांकि इन सुझावों को लागू करने के लिए एमसीसी की मंजूरी मिलना जरूरी है। एमसीसी का मुख्यालय लंदन ही है। एमसीसी ही क्रिकेट के सारे नियमों की संरक्षक संस्था है। बिना इसकी मंजूरी के कोई नियम लागू नहीं हो सकता।