डेथ वारंट जारी होने के बाद से ही निर्भया के दोषियों को अपनी मौत सामने नजर आ रही है। जैसे-जैसे फांसी की तारीख नजदीक आ रही है चारों दोषियों की बेचैनी बढ़ती जा रही है। फिलहाल उन्हें जेल संख्या दो के कस्तूरी वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है, जहां वे बाकी कैदियों से बिल्कुल अलग-थलग, एकांत में हैं।
ऐसे में दोषी मुकेश को शनिवार को जेल में अपनी मां की याद आई, जिससे भावुक होकर उसने मां से मिलने की इच्छा जताई थी। सूत्रों के मुताबिक इच्छा व्यक्त करने पर मुकेश को जेल में उसकी मां से मुलाकात कराई गई। दोनों की मुलाकात करीब आधे घंटे तक जेल संख्या दो के अधीक्षक कार्यालय परिसर में हुई।
इससे पहले शनिवार को ही डमी फांसी के लिए चारों दोषियों के गले का नाप, लंबाई और भार भी मापा गया था। पूरी प्रक्रिया के दौरान चारों गुनहगार फूट-फूट कर रोते रहे। उन्हें अपने सामने मौत नजर आ रही थी। मौके पर मौजूद जेल कर्मियों ने उन्हें किसी तरह शांत कराया।
मालूम हो कि सात जनवरी को दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट ने निर्भया की मां द्वारा दायर की गई याचिका पर सुनवाई करते हुए चारों दोषियों को डेथ वारंट जारी किया था। इसके तहत चारों की फांसी के लिए 22 जनवरी सुबह सात बजे का समय निर्धारित किया गया है।