स्कूल न छात्र, फिर भी छात्रों के नाम पर करोड़ों की राशि डकार ली। जालसाजी का खास तरीका था। पेपर पर स्कूल खोला और फर्जी लोकेशन के साथ ही छात्रों का गलत नाम-पता भर कर नियमों का कोरम पूरा कर छात्रवृत्ति की राशि जालसाजों ने डकार ली।
पटना, नवादा समेत कई जिलों में जालसाजी की यह इबारत लिखी गई।
निगरानी की आरंभिक जांच में अब तक 5 जिलों में करीब 3.5 करोड़ की धांधली से जुड़ी हकीकत सामने आ चुकी है। नवादा जिले में 60 छात्रों के गलत नाम पर 1.03 करोड़ से अधिक छात्रवृत्ति राशि सरकारी रिकॉर्ड में पेपर पर बांट दी गई। यह मामला मामला वित्तीय वर्ष 2012-13 का है।
इसी तरह पटना व बेतिया में एक-एक करोड़ से अधिक राशि का बंदरबांट किया गया था। इसके अलावा सुपौल व खगड़िया में भी 20-20 लाख रुपए का घोटाला हुआ था। इस क्रम में कई चेक का भुगतान दूसरे राज्यों में स्थित बैंक की शाखाओं के एकाउंट के जरिए भी किया गया था।