माँ बनना किसी भी महिला के लिए एक बहुत ही प्यारा अहसास होता है, लेकिन यह वो वक़्त होता है जब महिलाओं को बहुत सी शारीरिक और मानसिक मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। मूड स्विंग्स, उल्टी होना, पीठ-कमर में दर्द होना, थकान या कमज़ोरी होना गर्भावस्था के ऐसे ही कुछ परेशानियां हैं लेकिन क्या आपको पता है की एक महिला के लिए गर्भावस्था से बहुत फायदे भी होते हैं ? यह सच है, गर्भावस्था से महिलाओं को बहुत से स्वास्थ लाभ भी हैं जिससे महिलाओं को बहुत से फायदे भी होते हैं। आज इस ब्लॉग के ज़रिये हम ऐसे ही कुछ फायदों के बारे में आपको बताने जा रहे हैं।
1. कई बार देखा जाता है की कुछ महिलाएं अनिमियत पीरियड्स की शिकायत करती हैं या उन्हें पीरियड्स के दौरान बहुत परशानी और दर्द झेलना पड़ता है। लेकिन यही डिलीवरी के बाद, खासकर के नार्मल डिलीवरी के बाद यह परेशानी कम हो जाती है।
2. आजकल महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर एक बहुत ही आम समस्या के रूप में सामने आ रही है और इसका समाधान बहुत ज़रूरी है। हालांकि प्रेगनेंसी के बाद इस परेशानी से कुछ हद तक बचा जा सकता है।प्रेगनेंसी के बाद स्तनपान कराने वाली महिलाओं में यह परेशानी कम होने लगती है क्यूंकि स्तनपान कराने के वजह से ब्रेस्ट सेल्स में बदलाव आने लगते हैं जो कैंसर की संभावना को कम करने लगते हैं।
3. रिसर्च के अनुसार स्तनपान कराने वाली महिलाओं में हृदय की बीमारी होने की आशंका कम होती है और उन्हें हार्ट स्ट्रोक का खतरा भी कम होता है।
4. गर्भावस्था के बाद महिला के लाइफस्टाइल में भी काफी बदलाव आता है, क्यूंकि बहुत सी महिलाएं घर के और ऑफिस के कामों में व्यस्त होने के कारण अपना ठीक से ख़याल नहीं रखती। लेकिन वही माँ बनने के बाद महिला के अंदर, उनकी सोच में बदलाव आ जाता है और वो अपना अच्छे से ख्याल रखने लगती है क्यूंकि उनके अंदर यह सोच आती है की उनका शिशु उनके दूध पर निर्भर करता है इसलिए अगर वो स्वस्थ भोजन लेंगी तो इसका असर उनके शिशु पर भी पड़ेगा इसलिए वो धीरे-धीरे ही सही हेल्दी और फिट लाइफस्टाइल को अपनाने लगती हैं। और पहले से ज़्यादा खुद का और खुद के खाने-पीने का ध्यान रखने लगती हैं।
5. सिर्फ शारीरिक तौर पर ही नहीं बल्कि मानसिक तौर पर, इमोशनली भी महिलाएं गर्भावस्था के बाद स्ट्रॉन्ग हो जाती है। उनके व्यवहार में भी काफ़ी बदलाव आता है, वो ज़्यादा ज़िम्मेदार और मैच्योर हो जाते हैं।
गर्भावस्था भले ही थोड़े चुनौतियों से भरा हो लेकिन इसके बाद अपने शिशु को गोद में लेने की ख़ुशी और महिला के अंदर होने वाले सकारात्मक बदलाव बहुत ही अनमोल है।