मौसमी चटर्जी की पहचान एक ऐसी हीरोइन की रही जो शूट के दौरान बिना ग्लिसरीन के ही रो पड़ती थीं। वो इतनी प्रोफेशनल थीं कि एक फिल्म का रेप सीन उन्होंने प्रेग्नेंसी के दौरान शूट किया। उनके इस प्रोफेशनलिज्म के निर्माता-निर्देशक भी कायल थे। लेकिन उनका यही प्रोफेशनलिज्म एक फिल्म के दौरान मौसमी पर भारी पड़ गया था। नौबत यहां तक आ गई थी कि फिल्म के प्रोड्यूसर ने मौसमी चटर्जी पर तेजाब फेंकने की धमकी तक दे दी थी।
ये वाकया है 1974 का। उस दौरान मौसमी चटर्जी फिल्म ‘जहरीला इंसान’ में काम कर रही थीं, लेकिन इस दौरान फिल्म के प्रोड्यूसर ने उनका खूब शोषण किया जिसका खुलासा मौसमी ने एक इंटरव्यू में भी किया था।
इस फिल्म के दौरान मौसमी चटर्जी प्रेग्नेंट थीं, लेकिन प्रोड्यूसर ने दोयम दर्जे का प्रोफेशनल रवैया अपनाते हुए मौसमी से ऐसे ऐसे सीन करवाए कि मौसमी बीमार पड़ गईं। प्रेग्नेंसी की अवस्था में ही मौसमी चटर्जी को प्रोड्यूसर ने कभी पहाड़ पर चढ़ाकर सीन शूट करवाया तो कभी और विपरीत परिस्थिति उनके सामने लाकर खड़ी कर दी।
मौसमी की हालत खराब होती जा रही थी लेकिन प्रोड्यूसर के अत्याचार थे कि कम होने का नाम ही नहीं ले रहे थे। प्रोड्यूसर की यातना सहते सहते मौसमी चटर्जी की हालत ऐसी हो गई कि वो बेहोश होकर सेट पर ही गिर पड़ीं और उन्हें तुरंत ही अस्पताल ले जाया गया।
डॉक्टर मौसमी चटर्जी की ऐसी हालत देख घबरा गए और तुरंत इलाज शुरु किया साथ ही मौसमी को सख्त हिदायत दी कि वो कुछ दिनों तक बिस्तर से हिलने की कोशिश भी ना करें। इस पूरे मामले में उनके को-स्टार ऋषि कपूर उनके साथ खड़े रहे, जबकि मौसमी को ऐसी अवस्था में देखने के बाद भी फिल्म के प्रोड्यूसर के तेवर नहीं बदले।
प्रोड्यूसर ने अपना असली चेहरा तब दिखाया जब उसने ऐसी अवस्था में भी मौसमी को धमकी दी और कहा कि अगर वो शूट पर नहीं आईं या फिल्म छोड़ी तो वो उनके चेहरे पर तेजाब फेंक देगा। प्रोड्यूसर की इस धमकी से मौसमी चटर्जी सहम गईं थीं और इसकी वजह से उन्हें पुलिस प्रोटेक्शन लेनी पड़ी।