रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे संघर्ष के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हंगरी के पीएम विक्टर ओर्बन से फोन पर बात की। दोनों नेताओं ने रूस-यूक्रेन के बीच जारी जंग पर चर्चा की और यूक्रेन की स्थिति पर भी चिंता व्यक्त की। इस दौरान उन्होंने युद्धविराम सुनिश्चित करने और कूटनीति एवं संवाद की वापसी सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर सहमति जताई।
प्रधानमंत्री कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक, बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने यूक्रेन-हंगरी सीमा के रास्ते 6000 से ज्यादा भारतीय नागरिकों को निकालने की सुविधा के लिए विक्टर ओर्बन को धन्यवाद कहा। पीएम मोदी ने इस कार्य में हंगरी सरकार की तरफ से की गई मदद के लिए उनका आभार व्यक्त किया।
वहीं, हंगरी के प्रधानमंत्री ने यूक्रेन से निकाले गए भारतीय छात्रों को शुभकामनाएं दीं। साथ उन्होंने यह भी कहा कि अगर ये छात्र चाहें तो हंगरी से अपनी मेडिकल की पढ़ाई पूरी करने का विकल्प चुन सकते हैं। उनकी इस पेशकश की भी पीएम मोदी ने सराहना की।
फोन पर बातचीत के दौरान दोनों नेताओं ने कहा कि वे इस स्थिति को लेकर एक-दूसरे के साथ संपर्क में रहेंगे। साथ ही उन्होंने इस बात पर भी सहमति जताई कि वे इस संघर्ष को समाप्त करने के लिए रूस और यूक्रेन को युद्ध को खत्म करने के लिए प्रोत्साहित करने के अपने प्रयासों को जारी रखेंगे।