
स्वास्थ्य विभाग ने सभी निजी और सरकारी दवाई स्टोर संचालकों को पुरानी पोलियो दवा का प्रयोग न करने की हिदायत दी है। अगर किसी मेडिकल स्टोर में पुरानी दवाई उपलब्ध है तो उसे स्वास्थ्य कार्यकर्ता के पास जमा करने को कहा गया है।
उल्लेखनीय है कि पूरे विश्व में पोलियो खुराक में बदलाव किया गया है। पहले शून्य से पांच साल तक के बच्चों को पोलियो की ट्राइविलेंट वैक्सीन नामक दवाई की दो बूंदें पिलाई जाती थीं, लेकिन इस बार 29 जनवरी को पोलियो अभियान के तहत पूरे देश में पोलियो की नई खुराक वायवलेंट वैक्सीन की दो बूंदें पिलाई जाएंगी।
पोलियो अभियान के लिए पहुंची ये नई दवाई
उधर, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. देशराज शर्मा ने कहा कि पोलियो की ट्राइविलेंट वैक्सीन पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। सभी मेडिकल स्टोर संचालकों को अवगत करवा दिया है। नौनिहालों को नई खुराक वायवलेंट वैक्सीन पिलाई जाएगी। पल्स पोलियो अभियान के पहले चरण में 29 जनवरी को प्रदेश में 0-5 आयु वर्ग के नौनिहालों को पोलियो खुराक पिलाई जाएगी।
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इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने तैयारियां पूरी कर ली हैं। प्रदेश में करीब छह लाख 54 हजार 836 बच्चों को पोलियो दवा पिलाने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए 5853 पोलियो बूथ बनाए गए हैं। हर बूथ पर बच्चों को पोलियो खुराक पिलाने के लिए स्वास्थ्य कर्मचारियों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और आशा वर्करों को तैनात किया है।
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