देशभर में 500 रूपए और 1000 रूपए के नोटबंद हो जाने के बाद लोगों में हड़कंप मचा हुआ था। सबसे अधिक असर कालेधन को एडस्ट करने में लगे हुए लोगों पर ही देखा गया। तो दूसरी ओर आमजन पैट्रोल डीज़ल के लिए अपने 2 हजार रूपए के नए नोट और 500 रूपए के पुराने नोट खपाते देखे गए। हालांकि अब केंद्र सरकार ने लोगों को पैट्रोल पंप्स पर स्वाईप मशीन उपलब्ध करवाकर और पैट्रोल डीज़ल को लेकर अपनाए जाने वाले कैशलेस ट्रांजिक्शन पर छूट देकर प्रोत्साहित किया है
लेकिन कुछ पंप ऐसे भी हैं जहां पर लोगों को इस तरह की सुविधाऐं नहीं मिल रही हैं। स्थिति यह है कि पैट्रोल पंप्स पर संदेश लिखे मिलते हैं कि स्वाईप मशीन खराब है तो दूसरी ओर पैट्रोल पंप अटेंडर्स भी लोगों को स्वाईप मशीन खराब होने की जानकारी देते हैं। ऐसे में लोगों को कैशलेस ट्रांजिक्शन की सुविधा नहीं मिल पा रही है।