चमोली पुलिस ने बदरीनाथ में होटल की फर्जी बुकिंग कर लोगों को ठग कर लाखों रुपए का चूना लगाने वाले अभियुक्त को गिरफ्तार किया है। पुलिस अधीक्षक श्वेता चौबे ने मंगलवार को पुलिस कार्यालय में जानकारी देते हुये बताया चारधाम यात्रा के दौरान साइबर ठगों द्वारा फर्जी साइट तैयार कर ऑनलाइन होटल बुकिंग के नाम पर आम जनता से फोन व अन्य सोशल साईट्स के माध्यम से सम्पर्क कर लाखों रुपये की ठगी की जा रही है।
एसपी ने बताया 26 मई को मोहिन्दर सिंह निवासी 104 श्री गणेश अपार्टमेंट केबिन रोड़ अम्बरनाथ थाणे ने बद्रीनाथ थाने में आकर तहरीर दी कि 18 मई को उनके द्वारा दिनांक 26 मई से 28 मई के लिए बद्रीनाथ में ऑनलाइन होटल बुकिंग की गयी थी , जिसमें उनके साथ नितिन नाम के ब्यक्ति ने फ्रॉड किया । मोहिंदर ने शिकायत पत्र में कहा उनके द्वारा 2800 रुपये 2000 व 1200 रुपये क्यूआर कोड के माध्यम से होटल द्वारिकेश में कमरे की बुकिंग हेतु भेजे गए।
जिसके बाद उनके साथ कुल 6000/- रुपये का फ्रॉड किया गया । एस पी ने बताया शिकायत कर्ता की शिकायत मुकदमा पंजीकृत किया गया अभियुक्त की शीघ्र गिरफ्तारी हेतु पुलिस टीम गठित की गई। विवेचना संयुक्त टीम एवं एसओजी व थाना गोपेश्वर में नियुक्त वरिष्ठ उपनिरीक्षक संजीव चौहान के सपुर्द की गई।
अभियुक्त की गिरफ्तारी हेतु वरिष्ठ उपनिरीक्षक संजीव चौहान के नेतृत्व में एसओजी टीम द्वारा कुशल सुरागरसी-पतारसी व सर्विलांस शाखा एवं तकनीकी सहायता से फोन कॉल्स एवं लोकेशन के आधार पर अभियुक्त का भरतपुर (राजस्थान) होना पाया गया। पुलिस अधीक्षक महोदया के आदेश से अभियुक्त की तलाश व सभी जानकारी मिलने के बाद गिरफ्तारी हेतु पुलिस टीम को राजस्थान रवाना किया गया।
साइबर अपराध तकनीकी यूनिट भरतपुर (राजस्थान) की सहायता एवं मुखबिर की सूचना पर अभियुक्त को भरतपुर(राजस्थान) से गिरफ्तार किया गया। नाम पता पूछने पर उसने अपना नाम हकमुद्दीन पुत्र फजरुद्दीन निवासी राधानगरी थाना कामां जिला भरतपुर (राजस्थान) उम्र-22 वर्ष बताया ।
इसकी तलाशी में एक मोबाइल व एक आधार कार्ड मिला और सिम मिला। पुलिस द्वारा पूछताछ करने पर अभियुक्त के द्वारा बताया गया कि सिम एवं मोबाइल फोन का प्रयोग मैने ऑनलाइन पैसों के लेनदेन का खाता खोलने में किया है, जिसका वह धोखाधड़ी के पैसे निकालने में प्रयोग करता हूँ।
दिनांक 18 मई को मैने बद्रीनाथ में होटल द्वारिकेश की फर्जी बुकिंग की थी और एयरटेल पैमेंट बैंक से पैसे निकाल लिए थे। जिसके बाद मोबाइल व सिम फेंक दिया था। अभियुक्त को हिरासत में लिया गया व उसके पास ससिम नंबल कब्जे पुलिस लिया गया। एस पी श्वेता चौबे ने बताया अभियुक्त ने स्वीकार करते हुते बताया कि उसनेअंजली निवासी बागपत (उत्तर प्रदेश)के नाम का फर्जी अकाउंट खोला ।
अभियुक्त से पूछताछ में अहम सुराग प्रकाश में आये हैं। इसके द्वारा अंजली नाम के मई माह में 27 लाख से अधिक की धोखाधड़ी देश के विभिन्न हिस्सों से ऑनलाइन होटल बुकिंग फ्रॉड फर्जी आईडी के सिम के माध्यम से की है। अभियुक्त द्वारा लॉकडाउन के दौरान ओएलएक्स, किताबों व शराब की होम डिलीवरी के नाम पर भी फ्रॉड किया गया।