झारखंड पुलिस ने मंगलवार को दहेज उत्पीड़न के मामले में 23 साल की एक लड़की को गिरफ्तार करने के बाद कमर के चारों और एक रस्सी से बांधे रखा। इस लड़की को अलवर में रेलवे स्टेशन पर भी इसी हाल में रखा और बार में इसी तरह से ट्रेन में झारखंड ले गए। स्थानीय मीडिया और रहवासी इस पूरे मामले के प्रत्यक्षदर्शी रहे जिन्होंने कमर से बंधी इस लड़की का फोटो कैप्चर कर लिया। पुलिसवालों में एक महिला कॉन्टेबल भी थी। सुप्रीम कोर्ट ने रस्सी से बांधने को अमानवीय माना है और इसे मानव अधिकारों का उल्लंघन बताया है।
पुलिस ने किया कड़ा बर्ताव
अलवर पुलिस के अनुसार, झारखंड के गढ़वा जिले से एक पुलिस टीम बैंक कॉलोनी में रहने वाली अपर्णा को गिरफ्तार करने पहुंची। वह भाभी द्वारा दायर किए गए दहेज प्रताड़ना के मामले में आरोपी थी। लड़की को गिरफ्तार करने के बाद, झारखंड पुलिस उसे स्थानीय अस्पताल में चिकित्सा जांच के लिए ले गई। इस लड़की ने गिरफ्तारी का विरोध किया और अस्पताल से भाग गई थी। हालांकी उसे जल्द ही पकड़ लिया गया। पुलिस ने उसके बाद उसे कमर से रस्सी बांध दी ताकि वह भाग न पाए।
अपर्णा की भाभी ने अपने पति, ससुर और सास के खिलाफ शिकायत दर्ज की थी। अलवर स्थित घर में पुलिस ने पाया कि अपर्णा के माता-पिता और भाई गायब है। पुलिस ने अपर्णा से पूछताछ की और उसके भी आरोपी होने के कारण गिरफ्तार किया।