पीएम मोदी इस बात से नाराज हैं कि केंद्र के मंत्री ट्वीट के द्वारा सिर्फ अपने या अपने मंत्रालय के प्रचार-प्रसार में लगे हैं और वे सरकार की उपलब्धियों का प्रचार-प्रसार नहीं कर रहे. सूत्रों के अनुसार बुधवार को कैबिनेट की बैठक में पीएम मोदी ने मंत्रियों से इस पर नाराजगी भी जताई.
कैबिनेट की बैठक के दौरान पीएम ने सभी मंत्रियों को दिया निर्देश दिया कि वे सरकार की उपलब्धियों से संबंधित खबरों को भी रीट्वीट करें. पीएम ने मंत्रियों द्वारा केवल अपने निजी कार्यों और मंत्रालय संबंधी खबरों को ट्वीट करने पर नाराजगी जताई है.
बुधवार की बैठक में कैबिनेट ने एनसीटीई की इजाजत के बिना टीचर एजुकेशन कोर्स चलाने वाले विश्वविद्यालयों को रेट्रोस्पेक्टिव मान्यता देने संबंधी बिल को भी मंजूरी दे दी है. कैबिनेट ने पब्लिक सेक्टर ऑयल मार्केटिंग कंपनियों को आपूर्ति के लिए एथेनॉल ब्लेंडेड पेट्रोल कार्यक्रम के तहत इस्तेमाल होने वाले एथेनॉल के लिए कीमत में संधोधन को मंजूरी दे दी है.
गौतरलब है कि पीएम मोदी अपने सभी मत्रियों को सोशल मीडिया पर एक्टिव रहने और अपने मंत्रालयों का रिपोर्ट कार्ड तैयार रखने की अपेक्षा रखते हैं. इसके पहले इस साल जनवरी में जॉबलेस ग्रोथ से चिंतित पीएम मोदी ने मंत्रियों को निर्देश दिया कि वे रोज़गार पैदा करने वाली योजनाओं ब्योरा दें और अगले दो साल में रोज़गार पर फोकस रखें.
पीएमओ ने सभी मंत्रालयों को निर्देश दिया था कि कि तीन साल में उनके मंत्रालय ने रोजगार पैदा करने वाली कितनी योजनाए बनाईं और कितने लोगों को रोज़गार दिया. इसकी पूरी रिपोर्ट 20 जून तक दे. प्रधानमंत्री कार्यालय ने सभी मंत्रालयों को ये भी कहा है कि मंत्रालय की योजनाएं बनाते समय इस बात का विशेष ध्यान रखें कि वे योजनाएं देश में रोजगार उपलब्ध कराने में कितनी मददगार होगी.