नई दिल्ली: पीएम मोदी ने आज (सितंबर 27, 2021) आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन का शुभारंभ किया है। इस योजना के मुताबिक, अब देश के प्रत्येक नागरिक की हेल्थ आईडी बनाई जाएगी। पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती के एक दिन बाद पीएम मोदी ने इस योजना को उन्हें ही समर्पित किया और इसे स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक क्रांतिकारी कदम करार दिया। पीएम मोदी ने कहा कि, बीते सात वर्षों में, देश की स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत करने का जो अभियान चल रहा है, वो आज से एक नए चरण में प्रवेश कर रहा है। आज एक ऐसे मिशन की शुरुआत हो रही है, जिसमें भारत की स्वास्थ्य सुविधाओं में क्रांतिकारी परिवर्तन लाने की ताकत है।
पीएम मोदी ने कहा कि, 130 करोड़ आधार नंबर, 118 करोड़ mobile subscribers, लगभग 80 करोड़ internet user, करीब 43 करोड़ जनधन बैंक खाते इतना बड़ा connected infrastructure दुनिया में कहीं नही है। ये digital infrastructure राशन से लेकर प्रशासन तक को तेज, पारदर्शी तरीके से सामान्य भारतीय तक पहुंचा रहा है। आरोग्य सेतु ऐप से कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने में बहुत मदद मिली। सबको वैक्सीन, मुफ्त वैक्सीन अभियान के तहत भारत आज करीब-करीब 90 करोड़ वैक्सीन डोज लगा पाया है तो इसमें Co-WIN का बहुत बड़ा रोल है। पीएम मोदी ने कहा कि, कोरोना काल में टेलिमेडिसिन का भी अभूतपूर्व विस्तार हुआ है। ई-संजीवनी के माध्यम से अब तक लगभग सवा करोड़ रिमोट कंसल्टेशन पूरे हो चुके हैं। ये सुविधा हर रोज़ देश के दूर-सुदूर में रहने वाले हजारों देशवासियों को घर बैठे ही शहरों के बड़े अस्पतालों के डॉक्टरों से कनेक्ट कर रही है।
पीएम मोदी ने आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन की शुरुआत करते हुए कहा कि, आयुष्मान भारत- डिजिटल मिशन, अब पूरे देश के अस्पतालों के डिजिटल हेल्थ सोल्यूशंस को एक दूसरे से कनेक्ट करेगा। इसके तहत देशवासियों को अब एक डिजिटल हेल्थ आईडी मिलेगी। हर नागरिक का हेल्थ रिकॉर्ड डिजिटली सुरक्षित रहेगा। अब भारत में एक ऐसे हेल्थ मॉडल पर काम जारी है, जो होलिस्टिक हो, समावेशी हो। एक ऐसा मॉडल, जिसमें बीमारियों से बचाव पर बल हो,- यानि प्रिवेंटिव हेल्थकेयर, बीमारी की स्थिति में इलाज सुलभ हो, सस्ता हो और सबकी पहुंच में हो।