नई दिल्ली। देश में सत्तासीन मोदी सरकार ने दुनिया में अपना कद ऊंचा कर लिया है। केंद्र सरकार की योजनाएं रंग ला रहीं हैं, और जबरदस्त रिस्पॉन्स मिल रहा है। लोग इनकी मेक इन इंडिया, डिजिटल इंडियाstastup
और स्टार्टअप इंडिया जैसी योजनाओं के दीवाने हो रहे हैं। इसका खुलासा एसोचैम की रिपोर्ट से हुआ है। रिपोर्ट की मानें तो भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप हब बन गया है।
एसोचैम की रिपोर्ट में भारत बना नंबर 3
एसोचैम की रिपोर्ट के मुताबिक, तकनीक आधारित स्टार्टअप्स के मामले में भारत अमेरिका और ब्रिटेन के बाद तीसरे नंबर पर है। कुल स्टार्टअप कंपनियों के मामले में भी भारत शीर्ष पांच देशों में शुमार है। एसोचैम की एक रिपोर्ट बताती है कि नया उद्यम लगाने में दिल्ली-एनसीआर ने मुंबई को भी पीछे छोड़ दिया है। दिल्ली-एनसीआर में 23 फीसदी स्टार्टअप शुरू हुए हैं, जबकि इसके विपरीत मुंबई में यह आंकड़ा 17 फीसद ही है।
चीन में इतने ही स्टार्टअप हैं
एसोचैम के रिपोर्ट में बताया गया है कि 2014 में 179 स्टार्टअप्स में कुल 14,500 करोड़ रुपये का निवेश हुआ, वहीं 2015 में 400 स्टार्टअप्स में 32 हजार करोड़ रुपये का निवेश आया। देश में सभी सेक्टर के कुल स्टार्टअप की संख्या 10 हजार है, जबकि पड़ोसी देश चीन में इतने ही स्टार्टअप हैं। वहीं, पहले नंबर पर अमेरिका है। वह 83 हजार स्टार्टअप के साथ अव्वल बना हुआ है।
वर्ल्ड बैंक क्या कहता है
वर्ल्ड बैंक के आंकड़ों के मुताबिक महिला भागीदारी के मामले में भारत 186 देशों में 170वें पायदान पर है। ब्रिक्स देशों में भी भारत 27 फीसदी के साथ आखिरी पायदान पर है, जबकि महिला श्रम बल भागीदारी के मामले में चीन में 64 फीसदी के साथ पहले पायदान पर है। इसके बाद ब्राजील में 59 फीसदी, रूस में 57 फीसदी, दक्षिण अफ्रीका में 45 फीसदी और आखिर में भारत 27 फीसदी पर है।