पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार केवल घोषणाएं और आश्वासन पर चल रही हैं। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि अगर घोषणाओं के लिए कोई पुरस्कार दिया जाए, तो मध्यप्रदेश को पहला इनाम मिलेगा। उन्होंने ओबीसी आरक्षण को लेकर सीएम के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उनकी सरकार में सब कुछ पारदर्शिता से किया गया, जनता को गुमराह नहीं किया गया था।
मध्यप्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मंगलवार को विधानसभा परिसर में मीडिया से चर्चा करते हुए सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार केवल घोषणाएं और आश्वासन देने का काम कर रही है, जिनका कोई ठोस आधार नहीं है। कमलनाथ ने तंज कसते हुए कहा कि यदि केवल घोषणाएं और आश्वासन देने के लिए पुरस्कार दिया जाए, तो मध्यप्रदेश को पहला पुरस्कार मिलना चाहिए। आज हर मुद्दे पर केवल आश्वासन ही दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यदि कोई पूछे कि पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और वर्तमान मुख्यमंत्री मोहन यादव ने अब तक कितनी घोषणाएं की हैं, तो किसी के पास इसका कोई हिसाब-किताब नहीं होगा।
ओबीसी आरक्षण को बताया सामाजिक न्याय का विषय
ओबीसी आरक्षण के मुद्दे पर बोलते हुए कमलनाथ ने कहा कि यह सिर्फ ओबीसी का नहीं बल्कि न्याय और सामाजिक न्याय का सवाल है। कांग्रेस हमेशा से इस मुद्दे को उठाती रही है और आगे भी उठाती रहेगी। कमलनाथ ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा ओबीसी आरक्षण के आधे अधूरे कानून को लेकर दिए बयान प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मैंने जब कदम उठाए थे तो किसी से छिपाकर नहीं किए थे। वह सब कुछ पारदर्शी था और जनता के सामने था। आज जो कुछ हो रहा है, वह जनता को भ्रमित करने की कोशिश है।
गाजा में अन्याय हो रहा है शोषण हो रहा है
सदन में ओपरेशन सिंदूर की बहस के समय मनीष तिवारी और शशि थरूर को दूर रखने पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा, यह पार्टी का फैसला है मैं सोचता हूं यह सही फैसला था। कांग्रेस संसदीय दल की नेता सोनिया गांधी के गाजा और विदेश नीति पर उठाए सवाल पर कमलनाथ ने कहा कि गाजा में अन्याय हो रहा है शोषण हो रहा है। सोनिया जी ने सही कहा है।