Currency Ban के बाद PM नरेंद्र मोदी ने लोगों से cashless होने की Apeal की है। लेकिन दिल्ली, मुंबई और चेन्नई जैसे शहरों में ये कैशलेस सुविधा पूरी तरह से लागू नहीं हो पाई है। लेकिन देश का एक गांव पूरी तरह से कैशलेस हो गया है।
मुंबई से लगभग 150 किलोमीटर दूर ठाणे जिले का एक गांव लगभग पूरी तरह प्लास्टिक मनी पर डिपेंड हो गया है। यह गांव है ठाणे जिले का धसई गांव। यहां पर कोई चाहे चाय पिये, या वड़ा-पाव खाये हर जगह बगैर कैश, कार्ड से काम चल जाएगा। गांव डिजिटल बना तो सूबे के वित्तमंत्री ने भी अपने हाथ आजमाए।
महाराष्ट्र के वित्तमंत्री सुधीर मुनघंटीवार ने कहा कि यहां का चावल बहुत अच्छा है, सो मैंने कार्ड के जरिये पांच किलो चावल खरीदा है।
बैंक ऑफ बड़ौदा ने फिलहाल गांव में 49 स्वाइप मशीनें दी हैं, कुछ दिनों में 51 और आएंगी। गांववाले धीरे-धीरे बटुए में बगैर नकदी के आदी होने की कोशिश में हैं।