बात करते हुए जनरल रावत ने कहा कि, पाकिस्तान को लगता है कि वो जो युद्ध लड़ रहा है उससे उसे लाभ हो रहा है लेकिन हमारे पास उससे निपटने के लिए सर्जिकल स्ट्राइक समेत सारे विकल्प मौजूद हैं. सेना प्रमुख ने कहा कि, ”जिस दिन पाकिस्तान आतंकियों को बॉर्डर के इस पार भेजना बंद कर देगा उस दिन से हम सीजफायर का सम्मान करेंगे.

जम्मू के सुंजवान में आर्मी कैंप पर किए गए जैश-ए-मोहम्मद के हमले में 6 भारतीय जवान और एक स्थानीय नागरिक का निधन हो गया था. सेना की जवाबी कार्रवाई में 4 आतंकवादी भी मारे गए थे. उस समय रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमन ने भी हमले पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि ”पाकिस्तान को इसका अंजाम भुगतना पड़ेगा”. रक्षा मंत्री ने ये भी कहा था कि भारत के पास पर्याप्त सबूत हैं कि ये हमला पाकिस्तान से करवाया गया है.

जांच एजेंसियों की जांच में भी ये सामने आया था कि सेना कैंप पर हमला करने वाले आतंकियों को सीमा पार बैठे अपने आकाओं से निर्देश मिल रहे थे. रक्षा मंत्री ने चेतावनी देते हुए कहा था कि पाकिस्तान आतंकियों को बॉर्डर पार करवाने के लिए सीमा पर लगातार सीजफायर का उल्लंघन कर रहा है जिसका अंजाम पाकिस्तान को भुगतना पड़ेगा.

सुंजवान हमले के बाद केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भी एक कार्यक्रम में कहा था कि, पाकिस्‍तान एक ऐसा देश है, जिससे कोई भी देश मित्रतापूर्ण रिश्‍ते नहीं रखना चाहता. कुछ लोग बात करना चाहते हैं. हमने ईमानदारी के साथ शुरुआत की, लेकिन पाकिस्‍तान अब सारी सीमाएं पार कर चुका है. निश्चिंत रहिए, सेना इसका माकूल जवाब देगी.