पाकिस्तान की जेलों से रिहा 218 मछुआरे भारत पहुंचे
January 8, 2017
राष्ट्रीय
पाकिस्तान की जेल से रिहा किए गए 218 भारतीय मछुआरे शनिवार को भारत पहुंच गए। वाघा बार्डर पहुंचे इन मछुआरों को गुजरात के मत्स्य विभाग की छह सदस्यीय टीम को सौंप दिया गया है। पाकिस्तान ने इन मछुआरों को सद्भावना के कदम के तहत रिहा किया है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि केआर पाटनी के नेतृत्व में गुजरात मत्स्य विभाग की टीम मछुआरों को गुजरात लाने के लिए 5 जनवरी को ही अमृतसर पहुंच गई थी। पाटनी ने फोन पर बताया कि 218 मछुआरों को शनिवार की सुबह वाघा बॉर्डर पर उन्हें सौंप दिया गया। इनमें से अधिकांश मछुआरे गुजरात के विभिन्न जिलों जामनगर, जूनागढ़, गिर सोमनाथ, वेरवाल और नवसारी के रहने वाले हैं। कुछ मछुआरे दमन व दीव के रहने वाले हैं, जबकि कुछ अन्य दूसरे राज्यों के हैं।
दूसरा मौका है जब पाक ने बड़ी संख्या में भारतीय मछुआरों को रिहा किया
पाटनी ने बताया कि मछुआरों का पहला दल शाम के समय ट्रेन से वडोदरा के लिए रवाना होगा। पाटनी ने बताया कि उन्होंने रेलवे से अनुरोध किया है कि वह मछुआरों को अमृतसर से वडोदरा पहुंचाने के जरूरी इंतजाम करे।
सभी 218 भारतीय मछुआरों को 5 जनवरी को कराची की मालीर जेल से रिहा किया गया था। उड़ी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच पैदा हुए तनाव के बाद से यह दूसरा मौका है जब पाक ने बड़ी संख्या में भारतीय मछुआरों को रिहा किया है। इससे पहले पाकिस्तान ने 25 दिसबंर को 220 भारतीय मछुआरों को रिहा किया था।
इस तरह से पाकिस्तान पिछले 10 दिनों में सद्भावना के कदम के तहत 438 भारतीय मछुआरों को रिहा कर चुका है। पाटनी ने बताया कि गिर सोमनाथ जिले का मछुआरा जीव भगवान भी करांची जेल में बंद था, लेकिन भारतीय मछुआरों की रिहाई से ठीक एक दिन पहले हार्ट अटैक से उसकी मौत हो गई।
2017-01-08