इस बीच सीएम विजय रुपाणी ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की. वहीं, गुड़गांव में फिल्म के रिलीज से पहले राजपूत करणी सेना की धमकी के मद्देनजर रविवार तक निषेधाज्ञा लगा दी गयी है. करणी सेना ने फिल्म की स्क्रीनिंग कर रहे सिनेमाघरों को निशाना बनाने की धमकी दी है. फिल्म का विरोध कर रहे संगठनों में सबसे मुखर करणी सेना का आरोप है कि फिल्म में ऐतिहासिक तथ्यों के साथ छेड़छाड़ की गयी है.

वहीं, कानपूर के काकादेव के सर्वोदय नगर इलाके में स्थित एक मॉल मल्टीप्लेक्स में करणी सेना के करीब एक दर्जन सदस्यों ने फिल्म पद्मावत के खिलाफ प्रदर्शन किया. काकादेव के थानाध्यक्ष अजय कुमार सिंह ने बताया कि करणी सेना के सदस्यों ने फिल्म के पोस्टर फाड़ दिये, शीशे तोड़े और वहां मल्टीप्लेक्स के कर्मचारियों के साथ अभद्रता की.

वहीं, श्री राजपूत करणी सेना के कार्यकताओं ने पटना के सिनोमाघरों को फिल्म ‘पद्मावत’ की एडवांस बुकिंग बंद करने पर मजबूर कर दिया है. पटना में करणी सेना के कार्यकर्ताओं के विरोध और धमकी के मद्देनजर सिनेमाघरों ने फिल्म की ऑनलाइन बुकिंग करनी बंद कर दी है. मध्यप्रदेश में भी इस फिल्म का विरोध हुआ. वहां के राजपूत समाज ने जिला कलेक्टर कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और अधिकारियों को अपनी मांगों के समर्थन एक ज्ञापन सौंपा.