हिसार। बरवाला में पड़ोस में रहने वाला युवक दसवीं में पढ़ने वाली नाबालिग छात्रा को रात को अपने साथ भिवानी रेलवे स्टेशन ले गया और फिर उसे हवस का शिकार बनाया। मामला जुलाई 2016 है। दुष्कर्म का पता जब परिजनों को चला तो उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस में की। मामले में अब जिला अदालत ने बरवाला निवासी गुरमीत को दोषी करार दिया है। उसे 21 दिसंबर को सजा सुनाई जाएगी। मामला पिता की शिकायत पर 19 जुलाई 2016 को बरवाला थाने में दर्ज हुआ था।
पुलिस में दर्ज शिकायत में नाबालिग लड़की के पिता ने बताया था कि उसकी बेटी 10वीं कक्षा में पढ़ती थी। परीक्षा में उसकी कंपार्टमेंट आई थी। देर रात को वह संदिग्ध हालात में घर से लापता हो गई थी। उसे काफी जगह तलाश किया, लेकिन नहीं मिली। उन्हें लगा कि उक्त कारणों के चलते कहीं चली तो नहीं गई है। ऐसे में काफी खोजबीन के बाद कहीं से जानकारी मिली कि उसकी बेटी लापता नहीं हुई, बल्कि पड़ोस में रहने वाला गुरमीत भगाकर ले गया है।
इस मामले में पुलिस को शिकायत देकर लड़की को तलाश करने की गुहार लगाई थी। पुलिस ने पीड़िता के परिवार द्वारा बताए युवक के घर जाकर पूछताछ की। वह भी लापता था। ऐसे में उसके परिवार को पूछताछ के लिए पुलिसकर्मी अपने साथ थाने में लेकर चली गई थी। तब इनके पड़ोस में रहने वाले युवक ने तुरंत गुरमीत को फोन करके मामले से अवगत करवाया। वह भिवानी रेलवे स्टेशन पर था, जहां लड़की को छोड़कर अपने घर आ गया था। पुलिस ने सूचना मिलते ही उसे धर दबोचा था। फिर लड़की को बरामद कर लिया था।
गुरमीत ने अपना जुर्म कबूलते हुए बताया था कि पड़ोस की लड़की पर उसकी बुरी नजर थी, इसलिए जब वह रात को शौचालय जा रही थी, तब उसका मुंह दबाकर अपने घर लेकर चला गया था। वहां से भिवानी रेलवे स्टेशन लेकर गया था। वहां नजदीक ही उसके साथ दुष्कर्म किया था। उन्हें मेहंदीपुर बालाजी के मंदिर जाना था, लेकिन दोस्त का फोन आने पर वापस घर लौट आया था।