राजस्थान में एक गरीब की झोपड़ी में आग लग गई। जिस समय आग लगी उस समय झोपड़ी में 10 हजार रुपए रखे थे। उन रुपयों को जलने से बचाने के लिए एक युवक आग में कूद गया।
नोटबंदी के बाद लोगों को कई तरह की परेशानियां हुई और उसमें से एक है खुल्ले नोट कहां से लाएं या बचाकर रखें। लेकिन इस वजह से इस युवक के साथ बड़ी घटना हो गई। दस हजार रुपए के लिए बिना कुछ सोचे-समझे वह आग में कूद पड़ा। इससे उसके दोनों पैर जल गए। जब तक वह झोपड़े में गया तब तक रुपए भी जलकर खाक हो गए थे।
यह घटना सांवलोर निवासी किशनराम लोहार की है जो कि एक दिहाड़ी मजदूर है। इस घटना के समय वह घर से बाहर शौच के लिए गया था और उस दौरान चिंगारी से झोपड़े में आग लग गई। जैसे ही उसने दूर से यह देखा वह दौड़ पड़ा।
रुपए बचाने के चक्कर में खुद झुलस गया। इसके बाद आस-पास के लोगों ने उसे राजकीय अस्पताल बाड़मेर लाए जहां उसका उपचार चल रहा है। दस हजार रुपए सहित घर में रखा अनाज, सामान भी जल गया। किशनराम के परिवार में पांच सदस्य है।