रांची: नोटबंदी के बीच दंतेवाड़ा की गीता और जगदलपुर के अमित ने शुक्रवार को स्थानीय गायत्री मंदिर में सादगी के साथ विवाह किया, जिसमें एक हजार से भी कम रुपए खर्च हुए।
विवाह में शामिल लोगों ने भी केवल चाय-नाश्ता कर नवदंपति को आशीर्वाद दिया। दंतेवाड़ा की सहायक आरक्षक गीता बिहारी का विवाह हैदराबाद में नर्सिंग की पढ़ाई कर रहे जगदलपुर निवासी अमित ध्रुव से हुआ। दूल्हा-दुल्हन का कहना है कि वे भी धूमधाम से शादी रचाना चाहते थे लेकिन मोदी के कैशलेस निर्णय और बैंक से अधिक राशि न मिलने से सादगी भरी शादी का फैसला लिया।
51 रुपए का प्रसाद
विवाह समारोह में शामिल लोगों ने नवदंपति को आशीर्वाद के साथ उपहार तो दिया लेकिन पार्टी के रूप में केवल चाय-नाश्ता ही किया। नाश्ते पर करीब 500, जयमाला में 200 रुपए, 51 रुपए का प्रसाद व पंडित को 151 रुपए की दक्षिणा के साथ विवाह संपन्न् हुआ।
दोनों पर जिम्मेदारी
नवदंपति ने बताया कि दूल्हे के पिता अलग रहते हैं। मां दिल की मरीज हैं, जिनका अभी ऑपरेशन हुआ है। घर की जिम्मेदारी अमित पर है। इसी तरह गीता भी माता-पिता के निधन के बाद से छोटे भाई-बहन की जिम्मेदारी संभाल रही है। दोनों रुपए का महत्व समझते हैं। प्रधानमंत्री के संदेश ने उनके विचारों को बल दिया।