छह दिवसीय दौरे पर रविवार को भारत पहुंचे इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू आज कई अहम बैठकों में हिस्सा लेंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और इजरायली पीएम बेंजामिन के बीच हैदराबाद हाउस में द्विपक्षीय वार्ता हुई. दोनों देशों के बीच 9 बड़े समझौते हुए. राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, एस. जयशंकर, रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण भी मौजूद रहे.
दोनों देशों के बीच फिल्म निर्माण, साइबर सुरक्षा, तेल और ऊर्जा, कृषि, अंतरिक्ष के क्षेत्र में समझौते हुए हैं. इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि इजरायल के पीएम का उनके पहले भारत दौरे पर बहुत स्वागत है. इस दौरान मोदी ने इजरायली भाषा हिब्रू में भी बेंजामिन का स्वागत किया. उन्होंने कहा कि 2018 में इजरायली पीएम हमारे पहले विदेशी मेहमान हैं, ये दौरा ऐसे समय हो रहा है जिस समय हमारा देश मकर सक्रांति, लोहड़ी जैसे कई त्योहार मना रहा है.
पीएम मोदी ने कहा कि भारत और इजरायल की दोस्ती 25 साल से मजबूत होती जा रही है. दोनों देशों के बीच में उम्मीद और भरोसे की पार्टनरशिप हुई है. उन्होंने कहा कि हमारा ध्यान कृषि, विज्ञान और डिफेंस के क्षेत्र में इजरायली कंपनियों की टेक्नॉलोजी के साथ चलने का होगा. मैंने इजरायल की कई हथियार बनाने वाली कंपनियों को भारत में निवेश करने को कहा है.
मोदी बोले कि दोनों देशों ने अपने-अपने क्षेत्रीय समस्या से निपटने के लिए एक दूसरे का साथ देने की बात कही है. दोनों देशों में आगे बढ़ने की ललक है. कल मैं इजरायल के पीएम को अपने गृहराज्य गुजरात लेकर जाऊंगा.
मोदी की तारीफ में बेंजामिन ने पढ़े कसीदे
इजरायल के पीएम बेंजमिन नेतन्याहू ने इस मौके पर कहा कि पीएम मोदी एक क्रांतिकारी नेता हैं, उनके द्वारा किए गए स्वागत के लिए मैं उनका धन्यवाद करता हूं. हम दोनों की सभ्यता काफी पुरानी है. उन्होंने कहा कि भारतीय जवानों ने इजरायल के लिए अपनी जान दी. उन्होंने कहा कि इजरायल आने वाले मोदी पहले भारतीय पीएम बने, जब वो वहां पर आए ऐसा लगा कि कोई रॉक कॉन्सर्ट हो.
उन्होंने कहा कि भारतीयों ने हमेशा ही यहूदियों को गले लगाया है, हमारी दोस्ती में अब कुछ नया हो रहा है. मैं और मेरी पत्नी काफी खुश हैं कि हम बॉलीवुड में आ रहे हैं हमें बॉलीवुड फिल्में काफी पसंद हैं. उन्होंने कहा कि भारत और इजरायल दोनों ही आतंक से पीड़ित देश हैं, हम लड़ते हैं पर कभी हार नहीं मानते हैं.
राजघाट पर जा कर महात्मा गांधी को दी श्रद्धांजलि
इससे पहले राष्ट्रपति भवन में उनका सम्मान किया गया. जहां उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. यहां से इजरायली पीएम राजघाट पहुंचे और पत्नी के साथ मिलकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी.
पीएम नेतन्याहू और उनकी पत्नी सारा का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति भवन में स्वागत किया. इसके बाद नेतन्याहू को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. जिसके बाद पीएम मोदी ने इजरायली पीएम और उनकी पत्नी को वहां मौजूद अधिकारियों और मंत्रियों से मिलवाया. नेतन्याहू ने भी पीएम मोदी को इजरायली प्रतिनिधियों से मिलवाया.
राष्ट्रपति भवन में गार्ड ऑफ ऑनर समारोह के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत और विदेश राज्य मंत्री भी मौजूद रहे.
गार्ड ऑफ ऑनर के बाद बेंजामिन ने पीएम मोदी की तारीफ की. इस दौरान उन्होंने कहा कि शांति और खुशहाली के लिए दोनों देशों की साझेदारी अहम है. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के इजरायल दौरे से हमारी दोस्ती शुरू हुई.
नेतन्याहू ने कहा, ‘पीएम मोदी के इजरायल के ऐतिहासिक दौरे से दोस्ती का ये सिलसिला शुरू हुआ, जिसने जबरदस्त उत्साह पैदा किया. मेरी यात्रा के साथ ये जारी रहेगा. ये यात्रा मेरी पत्नी और मेरे साथ इजरायलवासियों के लिए काफी अहम है.’
दोनों देशों के सीईओ फोरम की मीटिंग में इजरायल के टॉप हथियार बनाने वाली कंपनियों के प्रतिनिधि शामिल होंगे. सूत्रों के मुताबिक, आज दोनों देशों के बीच कई अहम समझौते हो सकते हैं. बताया जा रहा है कि पानी, कृषि, तकनीकी, आईटी और एनर्जी से जुड़े 10 एमओयू साइन हो सकते हैं.
इससे पहले आजतक से खास बातचीत में इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने भारत को अपने देश का खास दोस्त बताया है. उनका कहना है कि दोनों देशों, यहां के नागरिकों और नेताओं के आपस में अच्छे संबंध हैं.
यरूशलम पर वोट से फर्क नहीं
बेंजामिन नेतन्याहू ने भारत-इजरायल संबंधों को ‘स्वर्ग में बनी जोड़ी’ जैसा करार देते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र में यरूशलम मुद्दे पर भारत द्वारा इजरायल के खिलाफ वोट किए जाने से उनके देश को ‘निराशा’ हुई लेकिन इससे दोनों देशों के संबंधों पर फर्क नहीं पड़ेगा.
नेतन्याहू ने कहा, ‘हां, स्वाभाविक तौर पर हम निराश हुए, लेकिन यह यात्रा इस बात का प्रमाण है कि हमारे रिश्ते कई मोर्चों पर आगे बढ़ रहे हैं.’
इससे पहले नेतन्याहू ने दौरे के पहले दिन दिल्ली में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात की थी. साथ ही एयरपोर्ट उतरने के बाद वो सबसे पहले तीन मूर्ति चौक गए थे और हाइफा युद्ध के शहीदों को श्रद्धांजलि दी थी. इस चौक का नाम बदलकर अब तीन मूर्ति हाइफा चौक किया गया है.