भारत को धर्मशाला में खेले गए पहले मैच में हार का सामना करना पड़ा था, लेकिन मोहाली में खेले गए दूसरे मैच में भारत ने वापसी करते हुए तीन मैचों की सीरीज 1-1 से बराबर कर ली थी. धवन से जब पूछा गया कि क्या भारत इस निर्णायक मुकाबले में दबाव में खेलेगा तो उन्होंने कहा, “यह हमारे लिए फाइनल की तरह है, लेकिन हम इसके आदी हो चुके हैं. हमारी टीम काफी मजबूत है और हमें अपनी योग्यता पर भरोसा है. हम इस मैच में उसी तरह खेलेंगे जिस तरह से बाकी के मैचों में खेलते हैं.”

धवन ने हालांकि कहा कि मेजबान किसी भी तरह से आराम की स्थिति में नहीं है और मेहमानों को हल्के में नहीं ले रही है. उन्होंने कहा, “कोलकाता और धर्मशाला से हमने काफी कुछ सीखा है. वह दोनों तेज गेंदबाजों की मददगार विकेट थीं. हम सकारात्मक मानसिकता के साथ गए थे, हालांकि चीजें हमारे पक्ष में नहीं रहीं थीं.” उन्होंने कहा, “हमने उससे काफी कुछ सीखा. यह अच्छा होता है कि कई बार आप गिरते हैं और फिर उससे बाहर निकलते हुए जीतते हैं.”