राजस्थान के करौली में एक पुजारी की मौत को लेकर भाजपा नेता राज्यवर्धन सिंह राठौर ने शुक्रवार को कहा कि राजस्थान में आज कोई सुरक्षित नहीं है। उन्होंने कहा कि यहां न महिलाएं सुरक्षित हैं और न ही बच्चे, यहां पुजारी भी सुरक्षित नहीं हैं। बता दें कि करौली में एक मंदिर के पुजारी को जिंदा जलाने की कोशिश की गई थी। बाद में इलाज के दौरान पुजारी की मौत हो गई। पुलिस ने मुख्य आरोपी कैलाश मीणा को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन इस मामले पर राजनीति शुरू हो गई है।
जयपुर ग्रामीण सीट से बीजेपी सांसद राज्यवर्धन राठौर ने इस घटना के लिए अशोक गहलोत सरकार को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि एक सरकार जो महीनों तक पांच सितार होटल में रहती है वह केवल खुद की सुरक्षा कर सकती है, वह जनता की सुरक्षा नहीं कर सकती। एनसीबी के डाटा के अनुसार महिलाओं के खिलाफ के अपराध के मामले में राजस्थान पहले स्थान पर है। उन्होंने कहा, ‘मैं राहुल गांधी से अनुरोध करता हूं कि भाजपा शासित राज्यों में राजनीतिक पर्यटन करने की जगह राजस्थान पर ध्यान दें।’
इससे पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी इस घटना की निंदा की। उन्होंने एक ट्वीट में लिखा, ‘सपोटरा, करौली में बाबूलाल वैष्णव जी की हत्या अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है,सभ्य समाज में ऐसे कृत्य का कोई स्थान नहीं है। प्रदेश सरकार इस दुखद समय में शोकाकुल परिजनों के साथ है। घटना के प्रमुख आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और कार्रवाई जारी है। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।’ बता दें कि फिलहाल पुलिस घटना के अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है।
इस मामले में पुलिस की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक दोनों पक्षों के बीच मंदिर की जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। पुलिस के मुताबिक पुजारी बाबूलाल वैष्णव ने बताया था कि उनता परिवार मंदिर की 15 बीघा जमीन पर खेती करता था। आरोपी कैलाश, शंकर और नमो मीणा ने इस जमीन पर कब्जा कर लिया था। पुलिस ने मुख्य आरोपी कैलाश मीणा निवासी बूकना थाना सपोटरा को गिरफ्तार कर लिया है। बाकी आरोपियों की तलाश पुलिस टीम बनाकर कर रही है।
उधर राजस्थान भाजपा के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से सवाल किया गया कि गहलोत के सुशासन और भयमुक्त राजस्थान के वादे का क्या हुआ। ट्वीट में लिखा गया, ‘इतनी निर्ममता, क्रूरता और अमानवीयता राजस्थान में सिर्फ और सिर्फ गहलोत सरकार के कुशासन की ही देन है! पुजारी की दर्दनाक हत्या समाज को झकझोर देने वाली है। ईश्वर पुजारी जी की आत्मा को शांति दे। प्रशासन को इस जघन्य अपराध में शामिल दोषियों को तुरंत गिरफ्तार कर कठोरतम सजा दिलवानी चाहिए।’
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि आज करौली में एक पुजारी को अपराधियों ने जिंदा जला दिया गया, जो मंदिर की जमीन पर कब्जा करना चाहते थे। दुष्कर्म की घटनाएं पूरे राजस्थान से सामने आ रही हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी को राजनीतिक टूर पर जाने के स्थान पर ऐसे मामलों का संज्ञान लेना चाहिए। उन्हें या तो राजस्थान सरकार से इस्तीफा मांगना चाहिए या इसकी बेहतरी के प्रयास करने चाहिए। उन्हें अपराधियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
इस घटना को लेकर राजस्थान भाजपा के अध्यक्ष सतीश पूनिया ने भी गहलोत सरकार को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में हर तरह के अपराधों की घटनाएं बढ़ती जा रही है। उन्होंने कहा कि सपोटरा में मंदिर के पुजारी को जिंदा जलाने की कोशिश बताती है कि प्रदेश में कानून व्यवस्था चरमराई हुई है। उन्होंने सवाल किया कि ‘प्रदेश की जनता भयभीत है, डरी हुई है, सहमी हुई है, आखिर गहलोत जी आप कब तक अपराधियों के मसीहा बनकर रहोगे?’
वहीं, राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता वसुंधरा राजे ने भी करौली की घटना को लेकर राज्य की अशोक गहलोत सरकार पर सवाल उठाए हैं। वसुंधरा राजे ने एक ट्वीट में कहा, राजस्थान में अपराध का ग्राफ जिस गति से बढ़ रहा है, उससे एक बात तो स्पष्ट है कि यहां महिलाएं, बच्चे, बूढ़े, दलित, व्यापारी कोई भी सुरक्षित नहीं है। राज्य की कांग्रेस सरकार को अब अपनी गहरी नींद को त्यागते हुए दोषियों को सख्त सजा दिलाकर परिवार को तुरंत न्याय दिलाना चाहिए।’