कोलकाता में डॉक्टरों ने कानन सरकार से कह दिया कि उनकी नवजात बेटी मर गई। इस घटना के दो साल हो गए, लेकिन सरकार को यकीन है कि वह बच्ची आज भी जीवित है। साल 2014 के जुलाई में सफेद कपड़ों में कस कर लपेटा गया शव कानन को सौंप दिया गया था।
वे उस शहर से 100 किलोमीटर दूर उत्तर 24 परगना के अपने गांव लौट गईं और हिंदू रीति रिवाज के मुताबिक उसका अंतिम संस्कार कर दिया। अपने गांव में बीबीसी से बात करते हुए उन्होंने कहा, “अब मैं पूरी तरह आश्वस्त हूं कि मेरी नवजात बेटी चुरा कर बेच दी गई। मुझे किसी और का मरा बच्चा थमा दिया गया।”