गुजरात में साल 2002 में हुए नरोदा पाटिया दंगों के मामले में गवाही के लिए बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को अहमदाबाद की एसआईटी कोर्ट पहुंचे. इस मामले में दोषी करार दी गई इलाके की पूर्व विधायक और तत्कालीन मोदी सरकार में मंत्री रही माया कोडनानी की अपील पर कोर्ट ने अमित शाह को समन जारी किया था.
नरोदा पाटिया दंगों में 11 मुस्लिमों की हत्या हुई थी, जिसमें कोडनानी को दोषी पाया गया. इस मामले में कोर्ट पहले ही कोडनानी को उम्र कैद की सजा सुना चुका है. हालांकि कोडनानी खराब स्वास्थ्य का हवाला देकर जमानत पर बाहर हैं.
इस मामले में माया कोडनानी ने कहा था कि जिस वक्त नरोदा गाम में दंगे हो रहे थे, वह अमित शाह के साथ अहमदाबाद की शोला सिविल अस्पताल में मौजूद थीं. कोडनानी के इसी बयान पर कोर्ट ने अमित शाह को बतौर गवाह बयान देने के लिए हाजिर होने के लिए कहा था.
सुप्रीम कोर्ट ने एसआईटी अदालत से यह सुनवाई चार महीने में पूरा करने के कहा था. नरोदा गाम नरसंहार 2002 के नौ बड़े सांप्रदायिक दंगा मामलों में एक है, जिनकी जांच विशेष जांच दल (एसआईटी) ने की.