नए साल में सभी बड़े अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर सिर्फ चीन की ही चलेगी और हम अपनी वन बेल्ट वन रोड मुहिम को तेजी से आगे बढ़ाएंगे। नववर्ष की पूर्व संध्या पर चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंगने देशवासियों के नाम अपने संदेश में यह बात कही।
जिनपिंग ने कहा कि चीन संयुक्त राष्ट्र में भी अपनी स्थिति मजबूत बनाए रहेगा और अपने अंतरराष्ट्रीय दायित्वों को बखूबी सक्रियतापूर्वक निभाएगा। उन्होंने कहा कि चीन जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए भी अपने संकल्पों पर दृढ़ता से कायम रहेगा और विश्व शांति के लिए अहम भूमिका निभाएगा। इसके अलावा यह विश्व विकास तथा अंतरराष्ट्रीय मानकों का खास ख्याल रखेगा।
अपने दूसरे कार्यकाल में पहली बार नववर्ष पर देशवासियों को टेलीविजन पर संबोधित करते हुए चीन के राष्ट्रपति ने कहा कि एक जिम्मेदार बड़े देश के नाते चीन को बहुत कुछ कहना है। चीन हमेशा दुनिया में शांति स्थापित करने और अंतरराष्ट्रीय सीमाओं की रक्षा में अपना योगदान देता रहेगा। चीन ओबीओआर के जरिये पूरी दुनिया में अपना प्रभाव बढ़ाने की रणनीति पर चल रहा है। इस प्रोजेक्ट के तहत चीन ने रोड, रेल और बंदरगाहों के जरिये कई देशों को जोड़ने की योजना बनाई है।
उल्लेखनीय है कि चीन-पाक आर्थिक गलियारे को लेकर भारत ने आपत्ति जताई है। यह भारत के जम्मू-कश्मीर प्रांत के एक हिस्से से होकर गुजरता है, जिस पर फिलहाल पाकिस्तान का कब्जा है। हालांकि चीन का कहना है कि यह कनेक्टिविटी प्रोजेक्ट है और इससे कश्मीर मुद्दे पर उसके रुख में कोई बदलाव नहीं आएगा। जिनपिंग ने कहा कि चीन के लोग अन्य देशों के साथ अधिक सौहार्दपूर्ण और मानवता के लिए शांतिपूर्ण रास्ते पर आगे बढ़ते रहेंगे।